बकव्हीट यानी कुट्टू ब्लड प्यूरीफाई करने में मदद करता है। लगभग 100 ग्राम कुट्टू में 323 कैलरी होती है और यह प्रोटीन का भी अच्छा सोर्स माना जाता है।
सेहतमंद-
डायबिटीक हैं, तो इसका सेवन किया जा सकता है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडोक्स एक रोटी के मुकाबले कम पाया जाता है।
क्या-क्या बनाएं- पैनकेक, रोटी या पराठे, दलिया और कटलेट भी कुट्टू से बनाए जा सकते हैं।
सिंघाडा
वॉटर चेस्टनट को सुपरफूड माना जाता है। यह लो कैलोरी होता है और
फैट की मात्रा भी इसमें जीरो होती है। यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करने में मदद करता है। इसमें तकरीबन 74 प्रतिशत पानी की मात्रा पाई जाती है।
सेहतमंद- सिंघाड़ा सभी के लिए फायदेमंद है। डायबिटीक हैं, तो इसका सेवन कम मात्रा में करें।
कितना खाएं- दिन में 4-5 सिंघाड़े का सेवन करें। इसके आटे का इस्तेमाल करें। इसका तकरीबन 30-40 ग्राम आटा एक दिन के लिए पर्याप्त रहता है।
नुकसान को भी समझें- इसमें पानी की मात्रा अधिक है, तो इसके ऊपर तुरंत पानी न पिएं, वरना खांसी की आशंका हो सकती है।
क्या-क्या बनाएं- इसके आटे से हलवा, रोटी, पूड़ी-पराठे या पैनकेक बनाए जा सकते हैं। वहीं कच्चे सिंघाड़े को छीलकर उसकी सब्जी बनां। जिन-जिन रूप में आटा कुट्टू के आटे का इस्तेमाल करते हैं, उसी तरह इसके आटे का भी प्रयोग किया जा सकता है।
साबूदाना
सागो कहे जाने वाले साबूदाने में स्टार्च की मात्रा ज्यादा है, तो इसके सेवन के बाद पानी की प्यास ज्यादा लगती है। इसे अच्छी तरह भिगोकर और पकाकर ही खाएं। इसमें कैलरी की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में ही करें।
सेहतमंद- बहुत ज्यादा सेवन न करें। एक कटोरी खाना फायदेमंद रहता है। इसे खाने के बाद गला काफी सूखता है, तो पानी ज्यादा पिएं। कम पका होने पर यह सेहत के लिए अच्छा नहीं रहता। जिन्हें
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, वे इसका सेवन कर सकते हैं।
कितना खाएं- भिगोया हुआ आधा या एक कटोरी साबूदाने का सेवन सही रहता है।
क्या-क्या बनाएं- इससे खीर, थालीपीठ, टिक्की, इडली, उपमा और पोहा बनाए जा सकते हैं।
राजगीर
एमरैंथ, रामदाना या चौलाई कहे जाने वाला राजगीरा सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
सेहतमंद- यह स्वास्थवर्धक है। कम कैलोरीज युक्त है। इसमें
प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है। यह सूजन कम करता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है। साथ ही इम्यून सिस्टम को दुरुस्त करता है। वेरिकोज वेंस जैसी समस्या को कम करने में भी इसका सेवन लाभदायक होता है।
कितना खाएं- एक व्यक्ति के लिए कुल 35 से 40 ग्राम पोर्शन लेना पर्याप्त होगा।
क्या-क्या खाएं- इससे क्रैकर्स, दलिया, पैनकेक, खीर, सैलेड आदि बनाए जा सकते हैं।
समां के चावल
बर्नयार्ड मिलेट के नाम से जाने जाना वाला समां के चावल स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 60 होता है। इसलिए डायबिटीज लोग भी इसका सेवन बेझिझक कर सकते हैं।
सेहतमंद- इसे सभी खा सकते हैं।
कितना खाएं- एक कटोरी व्रत के चावल को दिन में दो बार लिया जा सकता है।
क्या-क्या खाएं- इसे डोसा, पुलाव, पोहा, उपमा,
हलवा या खीर आदि बनाई जा सकती हैं।
नट्स
व्रत में नट्स का सेवन काफी किया जाता है। इसे घी में तलने के बजाय रोस्ट करके खाएं। इसके सेवन से ऊर्जा मिलती है। अगर आपको इसे ऐसे खाना पसंद नहीं, तो इसकी नमकीन या खीर में इसे डालकर खा सकते हैं।
सेहतमंद- भूनकर न खाएं वरना इससे बदहजमी, कब्ज जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
कितना खाएं- दिन भर के लिए एक मुट्टी नट्स काफी हैं। मखाने का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें, क्योंकि इसमें कम कैलोरी होती हैं। वहीं इसमें सोडियम और सैचुरेटेड फैट बिल्कुल नहीं होता। इसमें
फाइबर, आयरन और पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। 50 मखाने में केवल 180 कैलोरी होती है, लेकिन आपको 16 ग्राम मखाने का ही सेवन करना है यानी जितना आपकी मुट्टी में आ जाए उतना ही।
सब्जी
लौकी- लौकी को व्रत की सब्जी में गिना जाता है। यह काफी हल्की होती है। इसमें कैलोरी भी कम मात्रा में होती है। इसे खाने के बाद पेट में भारीपन महसूस नहीं होता।
आलू- आलू को सही ढंग से खाया जाए, तो यह काफी हेल्दी हो सकता है। फ्राइड पोटैटो, चिप्स या घी में डूबी टिक्कयों के बजाय उबले आलू खाएं।
शकरकंद- स्वीट पोटैटो में
आलू के मुकाबले ज्यादा कैलोरीज होती हैं, लेकिन इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे यह आलू की तुलना में हेल्दी माना जाता है।
कच्चा केला- कच्चे केले में भरपूर मात्रा में फाइबर्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को सही व फैट कम करने में सहायक होती हैं। ज्यादातरल लोगों को बीच में मंचिंग की आदत होती है। इससे बने बेक्ड चिप्स खाकर भूख को कंट्रोल किया जा सकता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स
पनीर को अगर संतुलित मात्रा में खाया जाए, तो यह फायदेमंद रहता है। कोशिश करें कि होममेड पनीर तैयार करें क्योंकि बाहरी पनीर में फैट की मात्रा भी एड होती है। वहीं व्रत में पनीर का सेवन करने से आपको प्रोटीन की कमी भी नहीं होती है।
सेहतमंद- इसमें पाया जाने वाला सेलेनियम नामक
एंटीऑक्सीडेंट लंबे समय तक हेल्दी रहता है। अगर पनीर बनाने का दूध पॉस्चुराइज्ड नहीं है या इसे कच्चा खा रहे हैं, तो बैक्टीरियल इन्फेक्शन की संभावना बढ़ जाती है। इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने की समस्या हो सकती है।
कितना खाएं- लगभग 100 ग्राम पनीर का सेवन दिनभर के लिए पर्याप्त रहता है।
क्या-क्या खाएं- पनीर से सब्जी, स्टॉर्ट्स, पनीर या दूध से डेजर्ट भी बनाए जा सकते हैं।
नारियल
कोलेस्ट्रॉल फ्री होने के साथ ही नारियल में
सोडियम की भी मात्रा होती है, जो आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है। साथ ही इससे ब्लड भी प्यूरीफाई होता है और यह बॉडी को डिटॉक्स करने के भी काम आता है।
सेहतमंद- सेहत के लिहाज से नारियल पानी का सेवन सभी के लिए फायदेमंद है। डायबिटीक मरीज इसका सेवन कम करें क्योंकि इसमें चीनी की मात्रा ज्यादा होती है।
कितना पिएं- एक से दो नारियल का पानी पीना दिनभर के लिए पर्याप्त है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। Pic credit- freepik