Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Shardiya Navratri 2024: सिर्फ धार्मिक वजह से रख रहे हैं व्रत, तो यहां जानें कैसे है ये सेहत के लिए फायदेमंद

नवरात्र का पावन पर्व शुरू हो चुका है और सभी मां दुर्गा भी भक्ति में डूबे हुए हैं। यह त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान मां आदिशक्ति के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है और लोग व्रत-उपवास भी करते हैं। आमतौर पर लोग धार्मिक महत्व की वजह से व्रत (Fasting In Navratri 2024 Scientific Reasons) करते हैं लेकिन इससे सेहत को भी फायदा होता है।

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Fri, 04 Oct 2024 06:12 PM (IST)
Hero Image
इन 3 वजहों से सेहत के लिए गुणकारी है व्रत (Picture Credt- Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। मां दुर्गा को समर्पित शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो चुकी है। यह त्योहार हर साल आश्विन माह में धूमधाम से मनाया जाता है। नौ दिनों तक चलने वाले इस त्योहार के दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही कई लोग इस दौरान माता रानी के लिए व्रत-उपवास भी करते हैं। कुछ लोग नवरात्र पहले और आखिरी दिन व्रत रखते हैं, तो कुछ नौ दिनों तक व्रत (Shardiya Navratri Fasting) करते हैं।

व्रत करना (Navratri Fasting Benefits) धार्मिक दृष्टि से तो लाभकारी है ही, लेकिन वैज्ञानिक तौर (Navratri 2024 Scientific Reasons) पर भी इसका काफी फायदा होता है। व्रत रखने से सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी फायदा मिलता है। अगर आप भी नवरात्र के दौरान मां दुर्गा का व्रत कर रहे हैं, तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे व्रत रखने के तीन साइंटिफिक फायदे-

यह भी पढ़ें-  इन 6 चीजों में मिलकर शहद बन जाता है जहर! कभी न करें इन्हें साथ खाने की गलती

डिटॉक्सिफिकेशन और वेट मैनेजमेंट

उपवास शरीर को रीसेट और रीजुवनेट करने का मौका है, जिससे डिटॉक्सिफिकेशन में मदद मिलती है। जब आप उपवास करते हैं, तो शरीर खाने को पचाने की बजाय एनर्जी स्टोरी करने लगता है, जो फैट मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा दे सकता है। यह प्रक्रिया वेट मैनेजमेंट में मदद कर सकती है, क्योंकि यह एनर्जी के लिए फैट बर्न करने को प्रोत्साहित करती है।

पाचन में सुधार

व्रत करने से पाचन तंत्र को भी आराम मिलता है, जिससे ब्लोटिंग कम करने और पाचन में सुधार करने में मदद मिलती है। यह पाचन तंत्र को आराम और रिपेयर करने का मौका देकर बेहतर गट हेल्थ को बढ़ावा दे सकता है और जब आप फिर सामान्य भोजन शुरू करते हैं, तो पोषक तत्वों के अब्जॉर्प्शन को संभावित रूप से बढ़ा सकते हैं।

मेंटल क्लेरिटी को बढ़ावा मिलता है

व्रत ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर करके और शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करके मेंटल क्लेरिटी और फोकस करने में सुधार हो सकता है। कुछ स्टडी बताती हैं कि बीच-बीच में कर व्रत करने से हार्ट हेल्थ, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।

यह भी पढ़ें- इतनी भी बुरी नहीं है चाय! इन 5 मामलों में साबित होती है कॉफी से बेहतर