Lung Cancer के इलाज में रुकावट बन सकते हैं इससे जुड़े 6 मिथक, आज ही जान लें इनकी सच्चाई
कैंसर एक गंभीर समस्या है जो दुनियाभर के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है। यह किभी को भी अपना शिकार बना सकती है और कई मामलों में जानलेवा भी साबित हो सकती है। इसके कई प्रकार होते हैं जिनमें से एक Lung Cancer है। हालांकि इससे बचना मुमकिन है अगर इससे जुड़े कुछ मिथकों की सच्चाई पता हो। जानते हैं इससे जुड़े कुछ Myths और Facts।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। कैंसर (Cancer) एक गंभीर बीमारी है, जो किसी को भी अपना शिकार बना सकता है। यह शरीर के विभिन्न अंगों में होने की वजह से उन्हीं नामों से जाने जाते हैं। हेल्दी सेल्स के अनियंत्रित रूप से बढ़ कर ट्यूमर बनने की प्रक्रिया को कैंसर कहा जाता है। ये एक घातक बीमारी है, जो गंभीरता के अनुसार कई स्टेज में बांटी जाती है। पहले स्टेज पर पता चलने पर इसका इलाज काफी हद तक संभव होता है, लेकिन आखिरी स्टेज पर पता चलने पर ये जानलेवा साबित हो सकता है।
इसलिए जरूरी है कि समय से स्क्रीनिंग कर कैंसर की पहचान कर ली जाए। लंग कैंसर (Lung Cancer) इसी प्रकार का एक कैंसर है, जिसकी सही समय पर जानकारी हो जाने पर ठीक होने की संभावना ज्यादा रहती है। हालामकि, जानकारी के अभाव में लोग आधी अधूरी बातें फैलाने लगते हैं, जिसकी वजह से इससे जुड़ी कई अफवाहें फैलने लगती हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको लंग कैंसर से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में बताएंगे-
यह भी पढ़ें- मंकीपॉक्स से जुड़े 5 मिथकों पर भरोसा करना पड़ सकता है भारी, एक क्लिक में दूर करें कन्फ्यूजन
मिथक 1- लंग कैंसर कम उम्र में नहीं हो सकता।
- सच्चाई- अधिक उम्र के लोगों में लंग कैंसर होने की संभावना जहां अधिक होती है वहीं कम उम्र के लोगों को, तकरीबन 50 साल से कम उम्र के लोगों को भी लंग कैंसर हो सकता है और खास तौर से महिलाओं में ये दर अधिक पाई गई है।
मिथक 2- कई साल से स्मोकिंग करने वालों को लंग कैंसर होना तय है।
- सच्चाई- ऐसा जरूरी नहीं है। स्मोकिंग किसी भी समय छोड़ें, ये आपके सर्कुलेशन में सुधार ला कर आपके लंग्स की फंक्शनिंग में सुधार ला सकता है, जिससे लंग कैंसर की संभावना से बचा जा सकता है।
मिथक 3- सिर्फ स्मोकिंग करने वालों को कैंसर होता है।
- सच्चाई- लंग कैंसर के मुख्य कारणों में स्मोकिंग एक बेहद अहम कारण है, लेकिन यह कैंसर किसी को भी हो सकता है, चाहे वो स्मोकिंग करे या न करे। पैसिव स्मोकिंग करने वाले जो स्मोकिंग के धुएं को सांस से अंदर खींचते हैं, रेडॉन, एस्बेस्टस जैसे पॉल्यूटेंट के संपर्क में लंबे समय तक रहने के कारण, फैमिली हिस्ट्री, वायरल इन्फेक्शन जैसे ऐसे कई कारण हैं, जिनसे लंग कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
मिथक 4- एक्सरसाइज और डाइट लंग कैंसर के खतरे को प्रभावित नहीं करता है।
- सच्चाई- नियमित रूप से एक्सरसाइज करने वालों को और हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ हेल्दी डाइट लेने वालों में लंग कैंसर होने का खतरा कम होता है।
मिथक 5- लंग कैंसर होने पर तुरंत लक्षण दिखाई देते हैं।
- सच्चाई- शुरुआती स्टेज में लंग कैंसर के खास लक्षण नहीं दिखाई देते हैं और यही कारण है कि नियमित रूप से स्क्रीनिंग बहुत जरूरी है, जिससे सही समय पर इसका इलाज किया जा सके।
मिथक 6- लंग कैंसर हमेशा जानलेवा साबित होता है।
- सच्चाई- शुरुआती स्टेज में पता चल जाए, तो लंग कैंसर के ठीक होने की संभावना दर 60% से ज्यादा है। आजकल लेट स्टेज के मामले भी टारगेटेड थेरेपी से ठीक होने लगे हैं। इसलिए जरूरी नहीं है कि लंग कैंसर का हर मामला जानलेवा ही हो।
यह भी पढ़ें- कैंसर का संकेत देता है शरीर में इन हिस्सों का दर्द, आम समझने की गलती ले सकती है आपकी जान
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।