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Covid-19 JN.1 से संक्रमित व्यक्ति में नजर आ सकते हैं ये 6 लक्षण, भूलकर भी न करें नजरअंदाज

कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बीते दिनों सामने आए Covid-19 JN.1 वेरिएंट ने दुनियाभर में लोगों की परेशानी फिर से बढ़ा दी है। यह स्ट्रेन कोरोना के अन्य सभी वेरिएंट्स से ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। अन्य स्ट्रेन की तरह इसके लक्षण भी काफी अलग है। जानते हैं कोरोना के इस वेरिएंट के कुछ नए लक्षणों के बारे में-

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Thu, 18 Jan 2024 01:42 PM (IST)
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भूलकर भी अनदेखा न करें कोविड-16 जेएन.1 के ये नए लक्षण

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Covid-19 JN.1: कोरोना महामारी आज भी दुनियाभर में चिंता का विषय बनी हुई है। बीते कुछ समय से जहां इसके मामलों में कमी देखने को मिल रही थी, तो वहीं बीते साल के अंत में इसके नए स्ट्रेन से फिर से लोगों की चिंता बढ़ा दी। कोरोना के भयानक मंजर से आज तक कई लोग उभर नहीं पाए हैं। ऐसे में समय-समय पर सामने आ रहे इसके नए स्ट्रेन्स लगातार चेतावनी बनकर उभर रहे हैं। इसी क्रम में बीते दिनों सामने आए कोरोना के नए स्ट्रेन जेएन.1 को कोविड-19 के सबसे खतरनाक और वर्तमान में प्रमुख वेरिएंट में से एक माना जा रहा है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना का यह वेरिएंट भी इस वायरस के सबसे संक्रामक वेरिएंट की श्रेणी में आता है। ऐसे में जरूरी है कि इसे लेकर खास सावधानियां बरती जाए। कोरोना के इस नए वेरिएंट के कुछ नए लक्षण सामने आए हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से इसकी पहचान कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है कोविड-19 जेएन.1 के 6 नए लक्षण-

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पाचन संबंधी विकार

कोरोना के आम लक्षणों से अलग JN.1 स्ट्रेन से पीड़ित लोगों में पेट संबंधी परेशानी हो रही है। इसमें मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण सामने आए हैं, जिसका मतलब है कि वायरस ने पाचन तंत्र पर पकड़ बना ली है। एक हालिया स्टडी में इन मरीजों में डाइजेस्टिव डिजीज के बढ़ते खतरे को उजागर किया गया है, जो उनके ठीक होने के एक साल बाद तक बना रहता है।

नींद न आना

इस वायरस के इस नए स्ट्रेन के नए लक्षणों में अनिद्रा भी शामिल है। जो व्यक्ति कोविड-19 के JN.1 सबवेरिएंट से संक्रमित है, उन्हें रात में अचानक नींद आने में समस्या हो सकती है। इस वेरिएंट में संक्रमित व्यक्ति में नींद से जुड़ी समस्या पैदा करने की पूरी क्षमता है। हालांकि, अभी इसके पीछे के कारणों को समझने के लिए अधिक शोध की जरूरत है।

सांस फूलना और खांसी होना

कोरोना के सभई वेरिएंट्स के प्रमुख लक्षणों की ही तरह JN.1 भी रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है। अगर आपको लंबे समय तक खांसी है और सांस में तकलीफ होती है, तो यह जेएन.1 हो सकता है।

चिंता और बेचैनी

अगर कोई व्यक्ति कोविड-19 जेएन.1 से संक्रमित है, उसे चिंता और बेचैनी का अनुभव हो सकता है। यह JN.1 वेरिएंट के विशेषज्ञों द्वारा बचाए गए टॉप 5 संकेतों और लक्षणों में से एक है।

अत्यधिक थकान और ऐंठन

अगर आपको भी तेज बुखार के साथ ही मांसपेशियों में ऐंठन और थकावट होती है, तो यह JN.1 स्ट्रेन के लक्षण हो सकते हैं। अत्यधिक थकान और ऐंठन कोरोना के इस नए स्ट्रेन के प्रमुख लक्षणों में से एक है।

न्यूरोलॉजिकल लक्षण

JN.1 स्ट्रेन से पीड़ित लोगों में न्यूरोलॉजिकल लक्षण जैसे सिरदर्द, चक्कर आना या यहां तक ​​कि भ्रम भी दिखाई दे सकते हैं। ये लक्षण चिंताजनक हो सकते हैं और जब ये समस्याएं गंभीर रूप लेती हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना पड़ सकता है।

कोविड-19 JN.1 से कैसे सुरक्षित रहें?

कोरोना के इस नए वेरिएंट से बचने के लिए अन्य स्ट्रेन्स की ही तरह कुछ सावधानियों का पालन करना जरूरी है। इसके लिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस रखना और वैक्सीन लगवाने जैसी बातों का ख्याल रखना जरूरी है।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित लक्षण, सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik