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Sleep Problems: इन छोटे-छोटे बदलावों से बहुत ही आसानी से दूर की जा सकती है नींद न आने की समस्या

Sleep Problems नींद की कमी सेहत से जुड़ी कई समस्यों की वजह बन सकती है। इससे आपकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों ही प्रभावित होती है तो नींद न आने की समस्या को इन उपायों से किया जा सकता है दूर।

By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Mon, 15 May 2023 08:49 AM (IST)
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Sleep Problems: नींद न आने की समस्या को इन उपायों से करें दूर
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Sleep Problems: नींद हमारे जीवन का एक अनिवार्य पहलू है जो अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। नींद के दौरान हमारा शरीर सेल्स और टिश्यूज को बनाने और उनकी मरम्मत करता है। नींद सेहत को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए बहुत ही जरूरी है। इसमें किसी भी तरह की बाधा कई गंभीर समस्याओं, जैसे- मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज और हृदय रोग की वजह बन सकती है।

नींद की मात्रा और क्वॉलिटी दो अलग-अलग चीजें हैं। नींद की गुणवत्ता निर्धारित करती है कि आप कितनी अच्छी तरह सोते हैं, जबकि नींद की मात्रा निर्धारित करती है कि आप हर रात कितना सोते हैं। 

ResMed के स्लीप सर्वे 2023 के अनुसार, 58% भारतीय खर्राटों को अच्छी नींद का संकेत मानते हैं, वे इस तथ्य से अनजान हैं कि खर्राटे ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) और अन्य नींद से जुड़ी कई समस्याओं का एक गंभीर लक्षण होता है। 

ये खतरनाक आंकड़े भारतीयों के बीच नींद की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रभावी उपायों की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं। यहां 5 उपाय हैं, जो आपकी नींद की क्वॉलिटी सुधारने में आपकी सहायता कर सकते हैं:

• सोने के लिए अनुकूल माहौल बनाएं

नींद के अनुकूल वातावरण बनाने से आपकी नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिल सकती है। सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों या स्क्रीन के इस्तेमाल न करें। फोन/टैबलेट जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी स्लीप हार्मोन मेलाटोनिन के उत्पादन को बाधित कर सकती है, जो हमारे सोने-जागने के चक्र को नियंत्रित करता है। बेहतर नींद को बढ़ावा देने के लिए, नींद लाने वाली एक्टिविटीज पर ध्यान दें, जिसमें- शाम को कमरे की रोशनी कम रखना, गर्म पानी से स्नान करना, किताबें पढ़ना, ध्यान या गहरी सांस लेने के व्यायाम का अभ्यास करना शामिल हैं।

• स्लीप शेड्यूल पर टिके रहें

अच्छी नींद के लिए पहले अपना सेट रूटीन बनाएं। हमारे शरीर में एक प्राकृतिक आंतरिक घड़ी होती है जिसे सर्केडियन रिदम कहा जाता है, जो हमारे सोने-जागने के चक्र को नियंत्रित करती है। जो समय से उठना और सोना हमारी सर्कैडियन रिदम के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है, इससे नींद की क्वॉलिटी सुधारती है। 

• कार्य संतुलन

ओवर ऑल हेल्थ को मेंटेन करने के लिए वर्क लाइफ बैलेंस भी बनाए रखना बेहद जरूरी है। नींद की कमी से सुस्ती, थकान और फोकस करने में कठिनाई हो सकती है। इससे आपकी प्रोफेशनल लाइफ पर भी असर पड़ता है। पर्याप्त नींद लेने से आपकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है। आप पूरे दिन एनर्जेटिक बने रह सकते हैं। इससे मूड भी अच्छा रहता है। 

• नियमित रूप से व्यायाम करें

नींद की क्वॉलिटी सुधारने में व्यायाम का रोल भी बहुत ही खास होता है। ब्रीदिंग एक्सरसाइजेस, मसल्स को रिलैक्स करने वाली एक्सरसाइजेस से नींद अच्छी आती है और आप फिट भी बने रहते हैं। इसके अलावा तनाव और चिंता के स्तर को कम करने में सहायता होती है क्योंकि ये दोनों ही नींद में बाधा डाल सकते हैं। यह शरीर के एंडोर्फिन के उत्पादन को भी बढ़ाता है, जो विश्राम को बढ़ावा दे सकता है। इसके अतिरिक्त, व्यायाम शरीर की सर्कडियन लय को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। हालांकि गौरतलब है कि सोने के समय से ठीक कुछ समय पहले व्यायाम करने से विपरीत प्रभाव पड़ सकता है और नींद में बाधा आ सकती है, इसलिए बिस्तर पर जाने से कम से कम कुछ घंटे पहले व्यायाम करने से बचने की सलाह दी जाती है।

• नींद से जुड़ी समस्याओं का निदान

ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) एक ऐसा स्लीप डिसऑर्डर है, जिसका तुरंत उपचार करना बहुत ही जरूरी है। हालांकि, शोध से पता चला है कि 97% भारतीयों को अपनी नींद की समस्याओं का इलाज कराने में बाधाओं का सामना करना पड़ा है। आज, क्लाउड-कनेक्टेड गैजेट्स और डिजिटल हेल्थ में वृद्धि हुई है जिसका उपयोग यह निर्धारित करने के लिए किया जा सकता है कि किसी को स्लीप एपनिया है या नहीं। ResMed का OneSleepTest (OST) नींद की समस्याओं की पहचान करने के लिए एक उपयोगी टूल है। यह आपके अपने घर के आराम में सुविधाजनक परिणाम प्रदान करता है, इसलिए यह उन लोगों के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है जो अन्य दूसरी स्लीप टेस्ट के ऑप्शन्स के साथ कंफर्टेबल फील नहीं करते। 

(Dr. Sibasish Dey, Head of Medical Affairs, South Asia, ResMed से बातचीत पर आधारित)

Pic credit- freepik