आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु को हुआ 'ऑस्ट्रेलियाई हे फीवर', जानें आखिर क्या है ये बीमारी
ऑस्ट्रेलियन हे फीवर को एलर्जिक राईनाइटिस भी कहा जाता है। यह एक एलर्जिक रिएक्शन होता है।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Mon, 29 Jul 2019 03:13 PM (IST)
नई दिल्ली, जेएनएन। आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु को 'ऑस्ट्रेलियाई हे फीवर' हो गया है। वह इस वक्त कई कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हैं।
उनके ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें मशहूर आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि बीमार होने के बावजूद वह कोशिश कर रहे हैं कि उनके कार्यक्रम में किसी तरह के बदलाव न हों। उन्होंने कहा कि बुखार और बीमारी कभी उन्हें रोक नहीं सकी है। ऐसा ही ऑस्ट्रेलियाई हे फीवर के साथ भी है। जैसे ही उन्होंने यह वीडियो पोस्ट किया पूरी दुनिया से उनके फॉलोवर्स ने उन्हें जल्द ठीक होने की शुभकामनाएं दीं।
क्या है ऑस्ट्रेलियन हे फीवर
ऑस्ट्रेलियन हे फीवर को एलर्जिक राईनाइटिस भी कहा जाता है। यह एक एलर्जिक रिएक्शन होता है। यह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में सबसे पुरानी और आम सांस संबंधी बीमारियों में से एक है और इससे इन दोनों देशों की पूरी आबादी का लगभग 18 प्रतिशत प्रभावित रहता है।एलर्जिक राईनाइटिस के पीछे सूखी घास वजह नहीं है और न ही इससे बुखार आता है। यह ज्यादातर घर की धूल, जानवरों के फर, पोलन, फंगल स्पोर्स और वायु प्रदूषकों से उत्पन्न होती है, जो नाक के अंदरूनी हिस्से में एलर्जी का कारण बनती है।
ऑस्ट्रेलियन हे फीवर को एलर्जिक राईनाइटिस भी कहा जाता है। यह एक एलर्जिक रिएक्शन होता है। यह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में सबसे पुरानी और आम सांस संबंधी बीमारियों में से एक है और इससे इन दोनों देशों की पूरी आबादी का लगभग 18 प्रतिशत प्रभावित रहता है।एलर्जिक राईनाइटिस के पीछे सूखी घास वजह नहीं है और न ही इससे बुखार आता है। यह ज्यादातर घर की धूल, जानवरों के फर, पोलन, फंगल स्पोर्स और वायु प्रदूषकों से उत्पन्न होती है, जो नाक के अंदरूनी हिस्से में एलर्जी का कारण बनती है।
ये हैं ऑस्ट्रेलियन हे फीवर के लक्षण
1. बहती हुई नाक या बंद नाक 2. छींकना 3. आंखों में पानी4. नाक में खुजली 5. खर्राटेइसके अलावा : 1. सोने में तकलीफ2. कमज़ोरी 3. सिर दर्द4. ध्यान की कमी 5. दमा6. बड़ों में लगातार साइनस की समस्या क्या है इलाज
सबसे अच्छा इलाज है कि इन एलर्जी से जितना दूर रह सकें उतना अच्छा होगा। हालात को देखकर डॉक्टर आपको दवा की सलाह दे सकता है। नमक के पानी का नाक में स्प्रे से भी कई लक्षण का इलाज किया जा सकता है।अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
1. बहती हुई नाक या बंद नाक 2. छींकना 3. आंखों में पानी4. नाक में खुजली 5. खर्राटेइसके अलावा : 1. सोने में तकलीफ2. कमज़ोरी 3. सिर दर्द4. ध्यान की कमी 5. दमा6. बड़ों में लगातार साइनस की समस्या क्या है इलाज
सबसे अच्छा इलाज है कि इन एलर्जी से जितना दूर रह सकें उतना अच्छा होगा। हालात को देखकर डॉक्टर आपको दवा की सलाह दे सकता है। नमक के पानी का नाक में स्प्रे से भी कई लक्षण का इलाज किया जा सकता है।अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप