Spring Season में बने रहना है हेल्दी, तो जान लें डाइट में किन चीज़ों को करना चाहिए शामिल और किन्हें आउट
Spring Season Diet फरवरी महीने से सर्दी का सितम कम होने लगता है हल्की गर्मियों की शुरुआत होने लगती है। बदलते मौसम में सर्दी जुकाम पाचन संबंधी समस्याएं आम होती हैं। इनसे बचे रहने या ठीक करने के लिए खानपान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है तो बसंत ऋतु में सेहतमंद बने रहने के लिए किस तरह का खानपान अपनाएं जान लें यहां इसके बारे में।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। वसंत ऋतु मन को प्रसन्न करने वाला मौसम होता है। चारों तरफ खिले रंग-बिरंगे फूल और आसपास बिखरी उनकी खुशबू मन तो तरोताजा कर देती है, लेकिन इस मौसम में सेहत भी दुरुस्त रहे, इसके लिए लेकिन अगर आपने इस मन को मादक तो बनाता है पर शीत ऋतु में बढ़ चुकी पाचन शक्ति को कमजोर भी करता है। मौसम बदलते ही शरीर में भी कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में जरा सी भी लापरवाही शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए बदलते मौसम में डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए।
1. बसंत ऋतु में गरिष्ठ यानी भारी भोजन के बजाय हल्का खाना करें। जो आसानी से पच जाए। सुबह नाश्ते में उपमा, इडली, पोहा अच्छे ऑप्शन हैं, तो वहीं दोपहर के भोजन में मूंगदाल, खिचड़ी, दलिया लें। रात के लिए दाल और सूप सही रहेंगे।2. बसंत ऋतु में इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखने के लिए मौसमी फल व सब्जियां खाएं। संतरा, अंगूर, सेब, अनार, अमरूद इस मौसम से मिलने वाले फल हैं, तो दिन में एक से दो फल जरूर खाएं। ध्यान दें सुबह फलों को खाने सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है, तो वहीं रात को खाना नुकसानदायक, तो इसका ध्यान रखें।
ये भी पढ़ेंः- फलों को भी खाने का होता है सही तरीका और समय3. बसंत ऋतु में बहुत ज्यादा तली-भुनी, नमकीन, खट्टी चीज़ें खाना अवॉयड करें। इन्हें पचने में बहुत ज्यादा वक्त लगता है, जिससे गैस, एसिडिटी के साथ कब्ज की समस्या भी परेशान कर सकती है। इससे कफ दोष बढ़ सकता है।
4. कफ दोष बढ़ने से शरीर में कई सारी समस्याएं देखने को मिलती हैं, तो ऐसा न हो, इसके लिए इस मौसम में दोपहर भोजन के साथ सोना चाहिए।5. तीखे, कड़वे, कसैले खाद्य पदार्थों का सेवन बसंत ऋतु में उत्तम होता है। 6. बसंत ऋतु में सूखे मेवे, दही, आईसक्रीम का सेवन नुकसानदायक होता है। ये भी कफ दोष को बढ़ाने का काम करते हैं।
7. आयुर्वेद के अनुसार बसंत ऋतु में बहुत ज्यादा मीठी चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए।Disclaimer: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।Pic credit- freepik