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Stroke: स्ट्रोक का खतरा बढ़ रहा है 21-45 उम्र के युवाओं में, जानें कैसे कर सकते हैं इससे बचाव

एम्स के एक डाटा के मुताबिक स्ट्रोक के मामले युवाओं में बढ़ते जा रहे हैं। यह काफी गंभीर स्थिति है क्योंकि स्ट्रोक एक ऐसी कंडिशन है जो वक्त पर मदद न मिलने की वजह से जानलेवा भी साबित हो सकती है। इसलिए स्ट्रोक से बचाव करना बेहद जरूरी है। जानें क्या होते हैं स्ट्रोक के लक्षण और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sun, 21 Jan 2024 05:30 AM (IST)
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ब्रेन स्ट्रोक से बचाव में मददगार होंगे ये टिप्स
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Stroke: स्ट्रोक एक ऐसी हेल्थ कंडिशन है, जिसे हम अक्सर बुजुर्गों से जोड़कर देखते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर स्ट्रोक के मामले पहले अधिक उम्र के लोगों में देखने को मिलते थे, लेकिन AIIMS का डाटा कोई और ही कहानी बयां कर रहा है। इस डाटा के मुताबिक, न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में एडमिट हुए 20 साल से कम उम्र के मरीजों में 100 में से दो व्यक्तियों को स्ट्रोक आया था। इस डाटा में यह भी पाया गया कि स्ट्रोक की समस्या 21 से 45 वर्ष के वयस्कों में ज्यादा बदतर थी।

इस एज ग्रुप से एक साल में 300 में से 77 रोगियों को स्ट्रोक के कारण भर्ती कराया गया था। यह सुनने में छोटी संख्या लग सकती है, लेकिन यह काफी चिंता का विषय है। इस डाटा से यह समझ सकते हैं कि स्ट्रोक अब सिर्फ बुजुर्गों में ही नहीं बल्कि, युवाओं में भी देखने को मिल रही हैं। इसके पीछे लाइफस्टाइल से जुड़ी कई खराब आदतें और क्रॉनिक बीमारियां हैं, जिसमें एम्स के डाटा के मुताबिक, स्ट्रोक के मामलों के पीछे सबसे बड़ा कारण हाइपरटेंशन है। आइए जानते हैं, क्या होते हैं स्ट्रोक के लक्षण और इससे बचाव के लिए किन सावधानियों का ख्याल रखना चाहिए।

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क्या हैं स्ट्रोक के लक्षण?

स्ट्रोक एक ऐसी कंडिशन है, जिसमें दिमाग के किसी हिस्से तक ब्लड न पहुंच पाने की वजह से आपके दिमाग के सेल्स में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है और वहां के सेल्स मरने लगते हैं। ऐसा आर्टरीज में ब्लॉकेज या दिमाग में ब्लीडिंग की वजह से होता है। दिमाग तक ऑक्सीजन की कमी की वजह से दिमाग का प्रभावित हिस्सा बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाता है। हमारे दिमाग का हर हिस्सा अलग-अलग फंक्शन के लिए जिम्मेदार होता है, इसलिए जो हिस्सा प्रभावित होता है उसके अनुसार लक्षण देखने को मिलते हैं, लेकिन कुछ सामन्य लक्षणों की मदद से इसकी पहचान की जा सकती है।

ये हैं स्ट्रोक के सामान्य लक्षण...

  • चक्कर आना
  • शरीर के किसी एक हिस्से में पैरालिसीस होना
  • बोलने में तकलीफ होना
  • ठीक से दिखाई न देना
  • सिर में तेज दर्द
  • संतुलन बनाने में तकलीफ
  • कंफ्यूजन

कैसे करें इससे बचाव?

डाइट में सुधार करें

आपकी डाइट आपकी सेहत को काफी प्रभावित करती है। इसलिए हेल्दी डाइट अपनाएं। फाइबर, हेल्दी फैट्स और विटामिन को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। फाइबर और हेल्दी फैट्स कोलेस्ट्रॉल कम करते हैं, जिससे आर्टरीज में ब्लॉकेज की समस्या नहीं होती। साथ ही, प्रोसेस्ड फूड आइटम्स को अपनी डाइट में शामिल न करें। इससे इंफ्लेमेशन हो सकता है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है और आर्टरी को ब्लॉक कर सकता है।

ब्लड प्रेशर मेंटेन करें

ब्लड प्रेशर बढ़ने की वजह से स्ट्रोक का खतरा अधिक रहता है। इसलिए बीपी कंट्रोल करना काफी जरूरी है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट में अधिक सोडियम वाला खाना शामिल न करें। एक्सरसाइज और स्ट्रेस मैनेज करें। इनकी मदद से भी ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोका जा सकता है।

एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही, यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। इसलिए रोज थोड़ी देर एक्सरसाइज करें। इससे आपकी हार्ट हेल्थ भी बेहतर रहेगी और मोटापा, डायबिटीज जैसी बीमीरियां, जो स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाती हैं, इनसे भी बचाव करने में मदद मिलेगी।

स्मोकिंग न करें

स्मोकिंग करने से आपकी हार्ट पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिस कारण से आर्टरीज भी डैमेज हो सकती हैं, जिस कारण से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, स्मोकिंग ब्लड प्रेशर भी बढ़ा सकता है, जो स्ट्रोक का कारण बन सकता है।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik