Social Media Impact: स्टडी का दावा, सोशल मीडिया से 'छोटा ब्रेक' भी दूर कर सकता है तनाव और बेचैनी!
Social Media Impact हाल ही में हुई एक नई रिसर्च का दावा है कि सिर्फ एक सप्ताह के लिए सोशल मीडिया ब्रेक व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य स्तर में सुधार कर सकता है। साथ ही तनाव और बेचैनी जैसे लक्षणों को कम भी कर सकता है।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Wed, 11 May 2022 02:30 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Social Media Impact: हाल ही में एक शोध किया गया जिसमें एक सप्ताह के लिए सोशल मीडिया से ब्रेक लिया गया जिसके बाद इसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभावों का पता चला। स्टडी का हिस्सा रहे लोगों के लिए इसका मतलब यह था कि सप्ताह के लगभग 9 घंटे उनके लिए खाली रहेंगे, जो समय आमतौर पर इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर और टिकटॉक को स्क्रॉल करने में खर्च होता था।
नई रिसर्च के मुताबिक, सिर्फ एक सप्ताह के लिए सोशल मीडिया ब्रेक, व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य स्तर में सुधार करता है, साथ ही लक्षणों को कम करता है जिससे लोगों को अपने मानसिक स्वास्थ्य का प्रबंधन करने में मदद मिलती है। शोध के निष्कर्ष 'साइबरसाइकोलॉजी बिहेवियर एंड सोशल नेटवर्किंग' जर्नल में प्रकाशित हुए थे। तो आइए जानें कि रिसर्च से क्या पता चला:
- बाथ विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम द्वारा किए गए अध्ययन ने एक सप्ताह के सोशल मीडिया ब्रेक के मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों का अध्ययन किया। स्टडी का हिस्सा रहे कुछ लोगों के लिए इसका मतलब यह था कि सप्ताह के लगभग 9 घंटे उनके लिए खाली रहेंगे, जो समय आमतौर पर इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर और टिकटॉक को स्क्रॉल करने में खर्च होता था।
- अध्ययन के लिए, शोधकर्ताओं ने 18 से 72 वर्ष की आयु के 154 व्यक्तियों को शामिल किया। इसमें दो ग्रुप बनाए गए, एक जहां हर दिन सोशल मीडिया का उपयोग करने की सख्त मनाही थी और दूसरा जहां लोग आराम से सोशल मीडिया का उपयोग कर सकते थे। अध्ययन की शुरुआत में, चिंता, अवसाद और अच्छी ज़िंदगी के आधार पर स्कोर किया गया था।
- स्टडी की शुरुआत में प्रतिभागी हफ्ते में 8 घंटे सोशल मीडिया के इस्तेमाल में गुज़ार रहे थे। एक हफ्ते बाद, जिन प्रतिभागियों को एक सप्ताह का ब्रेक लेने के लिए कहा गया था, उनकी ज़िंदगी, अवसाद और चिंता में महत्वपूर्ण सुधार देखे गए। वहीं, जो लोग लागातर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे थे उनमें इस तरह की सुधार नहीं देखने को मिले।
- प्रतिभागियों ने नियंत्रण समूह के लोगों के लिए औसतन सात घंटे की तुलना में औसतन 21 मिनट के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करके एक सप्ताह का ब्रेक लेने के लिए कहा। स्क्रीन उपयोग के आंकड़े यह जांचने के लिए देखे गए कि लोगों ने ब्रेक का पालन किया या नहीं।
- बाथ डिपार्टमेंट फॉर हेल्थ के प्रमुख शोधकर्ता, डॉ. जेफ लैम्बर्ट ने समझाया कि, "सोशल मीडिया को स्क्रॉल करना इतना आम हो गया है कि हम में से कई लोग इसे लगभग बिना सोचे-समझे करते हैं। सुबह आंखें खुलते ही और रात में सोने जाने से पहले भी। हम जानते हैं कि सोशल मीडिया का उपयोग बड़े स्तर पर हो रहा है और इसके मानसिक स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में चिंताएं बढ़ रही हैं, इसलिए इस अध्ययन के साथ, हम यह देखना चाहते थे कि क्या सिर्फ लोगों को एक सप्ताह का ब्रेक लेने के लिए कहने से मानसिक स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है?"
- "हमारे रिसर्च का हिस्सा बने ज़्यादातर लोगों में सोशल मीडिया ब्रेक का सकारात्मक असर देखा गया। लोगों को मूड बेहतर हुआ और उनमें बेचैनी व चिंता के संकेत कम दिखे। इससे यह पता चलता है कि एक छोटा-सा ब्रेक भी आपकी पूरी सेहत पर बड़ा असर डाल सकता है।"
- "इसमें कोई शक़ नहीं कि सोशल मीडिया हमारी ज़िंदगी का एक बड़ा हिस्सा बन चुका है। कई लोगों के लिए यह ज़िंदगी का एक ज़रूरी हिस्सा है कि वे कौन हैं और वे दूसरों के साथ कैसे बातचीत करते हैं। लेकिन अगर आप हफ्ते का ज़्यादा वक्त सोशल मीडिया को स्क्रोल करने में बिता रहे हैं, तो इसका नकारात्मक असर महसूस कर रहे हैं, तो बेहतर है कि इससे कुछ दिन का ब्रेक ले लें।"