तेजी से शुगर कंट्रोल करने के लिए ऐसे करें दालचीनी का सेवन
यह एक मसाला है जिसका इस्तेमाल भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा दालचीनी की चाय रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक होती है। विशेषज्ञों की मानें तो दालचीनी में कई तरह के औषधीय तत्व होते हैं।
By Umanath SinghEdited By: Updated: Thu, 11 Mar 2021 06:25 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। दुनियाभर में दालचीनी का इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है। वहीं, आयुर्वेद में इसे औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करने में सहायक सिद्ध होते हैं। खासकर डायबिटीज में दालचीनी रामबाण औषधि है। डॉक्टर्स डायबिटीज के मरीजों को शुगर कंट्रोल करने के लिए दालचीनी का सेवन करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर को सामान्य रखना चाहते हैं, तो दालचीनी का सेवन जरूर करें। आइए जानते हैं कि डायबिटीज में दालचीनी का सेवन कैसे करें-
दालचीनी की चाय यह एक मसाला है, जिसका इस्तेमाल भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा दालचीनी की चाय रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में सहायक होती है। विशेषज्ञों की मानें तो दालचीनी में कई तरह के औषधीय तत्व होते हैं। इसमें एंटी ऑक्सिडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। टाइप 2 डायबिटीज और इंसुलिन रेसिस्टेंस में इसका सेवन लाभदायक है। इसके लिए रोजाना सुबह-शाम दो कप दालचीनी की चाय का सेवन करें। वहीं, रोजाना वॉकिंग जरूर करें।
दालचीनी-पानीअगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना चाहते हैं, तो इस आसान तरीके से भी दालचीनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए एक लीटर पानी में तीन चम्मच दालचीनी पाउडर को 20 मिनट तक उबाल लें। अब इस पानी का दिनभर सेवन करें। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।
Mazandaran University of Medical Sciences की एक शोध में दालचीनी को डायबिटीज की दवा बताया गया है। इस शोध के जरिए खुलासा हुआ है कि दालचीनी डायबिटीज के प्रभाव को कम करने में कारगर साबित हो सकती है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को अपनी सुविधानुसार दालचीनी का सेवन करना चाहिए। इससे ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।