Tips to Digest Food: खाना जल्दी पचता नहीं तो इन 5 उपायों को अपनाए, जल्द दिखेगा असर
Tips to Digest Food हम ऑयली मसालेदार और जंक फूड का अधिक सेवन करते हैं तो हमारा पाचन बिगड़ने लगता है। पाचन खराब होने से सीने में जलन खट्टी डकारें भूख में कमी और अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
By Shahina NoorEdited By: Updated: Fri, 01 Oct 2021 12:00 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हमारे खान-पान और हमारी ओवर ऑल डाइट का सीधा असर हमारे पाचन पर दिखता है। हम ऑयली, मसालेदार और जंक फूड का अधिक सेवन करते हैं तो हमारा पाचन बिगड़ने लगता है। पाचन खराब होने से सीने में जलन, खट्टी डकारें, भूख में कमी और अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दरअसल पाचन हमारे शरीर का अहम हिस्सा है जो हमारे खाने को पचाता है। ऑयली और मसालेदार फूड आसानी से पचते नहीं है जिसकी वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आप भी अपने पाचन को लेकर परेशान हैं तो इन देसी नुस्खों की मदद से अपने पाचन को सुधारें।
हींग का करें सेवन: हींग पेट की कई समस्याओं का उपचार करती है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटोरी गुण मौजूद होते हैं जो अपच और पेट खराब जैसी समस्याओं का उपचार करते हैं। हींग का सेवन आप दाल में तड़का लगाकर कर सकते हैं। दाल में हींग का सेवन करने से दाल का स्वाद बढ़ेगा, साथ ही पाचन भी ठीक रहेगा।
दही को करें डाइट में शामिल:दही पेट की समस्याओं का बेहतरीन इलाज है। पेट में जलन होने पर दही का सेवन लस्सी या साधी दही के रूप में कर सकते हैं। दही पेट की जलन को खत्म करेगी। आप चाहें तो खाने के साथ छाछ का भी सेवन कर सकते हैं।
अदरक से करें पाचन ठीक: औषधीय गुणों से भरपूर अदरक हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। अदरक ना सिर्फ इम्यूनिटी को बूस्ट करती है बल्कि पाचन भी ठीक रखती है। अदरक का खाने में इस्तेमाल करने से खाने का स्वाद बढ़ता है, साथ ही पाचन भी ठीक रहता है।
सौंफ भी बेहतरीन औषधी: अगर आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं तो खाने के बाद रोजाना सौंफ जरूर खाएं। सौंफ खाने से खाना जल्दी पचता है, साथ ही पेट को ठंडक भी मिलती है।पानी ज्यादा पीना भी है जरूरी: अगर आपका पाचन ठीक नहीं रहता तो आप दिन में कम से कम 2-3 लीटर पानी जरूर पीएं। पानी बॉडी को हाइड्रेट रखता है, साथ ही खाने को पचाने में भी मदद करता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।