Move to Jagran APP

Joint Pain Home Remedies: बर्दाश्त के बाहर हो जाए जोड़ों का दर्द, तो काम आएंगी ये 5 तरह की पत्तियां

Joint Pain Home Remedies उम्र बढ़ने के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की दिक्कतें होने लगती हैं। जिसमें से जोड़ों में दर्द होना शायद सबसे आम है। इसके पीछे आर्थराइटिस से लेकर कई वजह हो सकती हैं। अगर आप भी अक्सर जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं तो दवाइयों के अलावा कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे भी हैं जो आपके काम आ सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Fri, 27 Oct 2023 12:39 PM (IST)
Hero Image
Joint Pain Home Remedies: पान से लेकर पुदीना के पत्ते जोड़ों के दर्द को कम करते हैं कम
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Joint Pain Home Remedies: मौसम में ठंडक बढ़ने से जोड़ों में दर्द की समस्या देखी जाती है। वैसे उम्र के साथ आमतौर पर हड्डियों और जोड़ों में दर्द देखा जाता है। जिसके पीछे कई वजह हो सकती हैं, जिनमें से एक अर्थराइटिस भी है।

अर्थराइटिस, हड्डियों की एक बीमारी है, जिसमें जोड़ों में हल्के से लेकर तेज दर्द हो सकता है। अर्थराइटिस वैसे तो उम्रदराज लोगों में देखा जाता है, लेकिन कम उम्र लोगों को भी यह समस्या हो सकती है। इसके पीछे कई तरह की वजहें हो सकती हैं। आमतौर पर नौजवान लोगों में खराब लाइफस्टाइल को ही अर्थराइटिस की मुख्य वजह माना जाता है। जबकि इसके पीछे और भी वजहें हो सकती हैं।

अर्थराइटिस का दर्द तब उठता है जब शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है, जिससे जोड़ों में तेज दर्द होता है। जैसे ही यूरिक एसिड जोड़ों की हड्डियों में घुसता है, वैसे ही क्रिस्टलीय संरचनाएं विकसित होती हैं, जो जोड़ों को सहारा देने वाले कुशन को धीरे-धीरे पतला करती हैं। जिसकी वजह से हड्डियां आपस में टकराती हैं, जिससे दर्द होता है। जोड़ों में दर्द होने पर आपको फौरन डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए। जो इसकी वजह जान सही इलाज कर सकेंगे। दवाइयों के अलावा घरेलू उपाय भी दर्द में आपकी मदद कर सकते हैं।

अगर आप जोड़ों के दर्द से परेशान हैं, तो नीचे दिए गए नेचुरल उपाय आपको आराम देने का काम कर सकते हैं:

पुदीना के पत्ते

पुदीना के पत्ते हमारी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाने के लिए जाने जाते हैं। यह आयरन से लेकर पोटेशियम, मैग्नीशियम, विटामिन-ए और फोलेट से भरपूर होते हैं। पुदीना के पत्तों में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो यूरिन से प्यूरीन को हटाकर जोड़ों की सूजन को कम करते हैं।

धनिया की पत्तियां

dhaniya patta benefits

धनिया की पत्तियां चिकित्सीय गुणों से पैक्ड होती हैं। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, थायमिन, फॉस्फोरस, विटामिन-सी और विटामिन-के जैसे पोषक तत्व भरे होते हैं। धनिया ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और साथ ही रक्त में यूरिक एसिड और क्रिएटिनिन के स्तर को भी कम करते हैं।

यह भी पढ़ें: कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में सहायक है धनिया, जानें कैसे करें इसे डाइट में शामिल

एलोवेरा

aloe vera leaves benefits

एलोवेरा का इस्तेमाल आमतौर पर त्वचा के लिए खूब किया जाता है। एलोवेरा जेल सनबर्न, ड्राइनेस आदि में काम तो आता ही है, साथ ही जोड़ों के दर्द में आराम देने का भी काम कर सकता है। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम कर दर्द से राहत दिला सकते हैं। यह नेचुरल होता है, इसलिए कम ही लोगों को इससे किसी तरह के साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं। एलोवेरा जेल को सीधे त्वचा पर लगाया जा सकता है, इससे अर्थराइटिस के दर्द में आराम मिल सकता है। इसके अलावा आप इसके जेल को खा भी सकते हैं। कई स्टडीज में इस इलाज को फायदेमंद माना गया है।

पान के पत्ते

betel leaves benefits

पान के पत्तों में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो यूरिन के जरिए यूरिक एसिड को अच्छी तरह से निकालने में मदद करते हैं। सुबह के समय अगर पान के पत्तों को चबाया जाए, तो इससे दिन भर आपको जोड़ों के दर्द में आराम मिल सकता है।

यह भी पढ़ें: कितने तरह के होते हैं पान, जानें इसे खाने के फायदे

तेज पत्ता

bay leaf benefits

तेज पत्ते के उपयोग आपने खाने में अक्सर किया होगा, लेकिन इसका काम सिर्फ खाने के स्वाद को बढ़ाना नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाना है। रेज पत्ते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों की सूजन को कम करते हैं। पानी में तेज पत्ते को उबाल कर इसे पीने से घुटने के दर्द में भी आराम मिल सकता है।

नोट: यह सभी उपाय घरेलू नुस्खें हैं और किसी भी दवाई का विकल्प नहीं हैं। अगर आप जोड़ों के दर्द या खासतौर से अर्थराइटिस से जूझ रहे हैं, तो आपको इलाज के लिए अपने डॉक्टर से ही संपर्क करना चाहिए।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik