Stress In Kids: खतरे की घंटी है बच्चों की ये आदतें, इन लक्षणों से जानें कहीं तनाव में तो नहीं आपका बच्चा
भागदौड़ से भरे इस जीवन में इन दिनों तनाव एक आम समस्या बन गई है। युवा से लेकर वृद्ध तक सभी इसके शिकार है। वहीं अब बच्चों में भी तनाव की समस्या काफी आम हो चुकी है जिसकी पहचान कर जल्द ही खत्म करना जरूरी है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। व्यस्तता से भरे इस जीवन में हर कोई तनाव और अवसाद से जूझ रहा है। प्रोफेशनल से लेकर निजी जिंदगी तक लोग हर दिन स्ट्रेस की वजह से परेशान है। भागदौड़ वाले इस जीवन में अब तो बच्चे भी तनाव की गिरफ्त में आने लगे हैं। स्कूल और पढ़ाई का प्रेशर झेल रहे बच्चों के लिए कोरोनाकाल एक भयानक दौर लेकर आया। कोरोना के दौरान जहां बच्चे घर में सिमट कर रहे गए तो वहीं अब स्कूल फिर से खुलने के बाद बच्चों को दोबारा उस माहौल में खुद को ढालने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नतीजतन बच्चे तनाव का शिकार होते जा रहे हैं। ऐसे में बच्चों के अंदर पनप रहे इस तनाव को पहचान कर इसे दूर करना काफी जरूरी है। क्योंकि अगर सही समय पर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो आगे चलकर यह गंभीर रूप भी ले सकती है। अगर आप भी अपने बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं और यह जानना चाहते हैं कि कहीं आपका बच्चा भी तनाव का शिकार तो नहीं, तो बच्चों में दिखने वाले इन लक्षणों की मदद से उनके तनाव में होने का पता लगा सकते हैं।
गुस्सा करना
डॉक्टर्स की मानें तो बच्चों के अंदर गुस्सा और झुंझलाहट उनके तनाव में होने का एक बड़ा संकेत है। गुस्से की वजह से बच्चे के व्यवहार में भी काफी बदलाव देखने को मिलता है। यह एक डराने वाला लक्षण है, क्योंकि ज्यादा समय तक ऐसे रहने की वजह से गुस्सा बच्चे के व्यक्तित्व का हिस्सा बन सकता है, जो आगे जाकर उसके या किसी अन्य के लिए नुकसानदेय हो सकता है।
अच्छी नींद न आना
नींद में दिक्कत आना और सोने के बाद बार-बार नींद खुलना भी तनाव का एक लक्षण हो सकता है। अगर आपके बच्चे का स्वास्थ्य पूरी तरह ठीक है, फिर भी उसके अंदर लगातार यह लक्षण दिखे तो आपको अपने बच्चे पर ध्यान देने की जरूरत है।
नाखून चबाना
नाखून चबाना कई लोगों की आदत में शामिल होता है। लेकिन अक्सर तनाव से ग्रसित बच्चों में भी नाखून चबाने की आदत देखने को मिलती है। अगर आपके बच्चे के अंदर भी अचानक ही यह लक्षण देखने को मिले आपको सर्तक हो जाना चाहिए।
पेट दर्द
बच्चों में तनाव का एक बड़ा लक्षण पेट दर्द भी माना गया है। एक अध्ययन में सामने आया था कि चार साल और उससे ऊपर की आयु वाले बच्चों में पेट दर्द से जुड़ी कोई बीमारी नहीं निकली। सभी सामान्य और सेहतमंद थे। ऐसे में इसके पीछे तनाव को ही इसका कारण माना गया।
शौच की आदतों में अचानक बदलाव
विशेषज्ञों की मानें तो तनाव की वजह से बच्चों में शौच की आदतों में भी बदलाव देखने को मिला है। तनाव से ग्रसित कुछ बच्चे जहां टॉयलेट जाने कतराते हैं तो वहीं कुछ कई बार-बार शौच जाने लगते हैं। डॉक्टर के मुताबिक अगर बच्चा स्वस्थ है और पहले की तरह खानपान कर रहा है तो इसकी वजह तनाव हो सकता है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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