Vitamin B12 Deficiency: विटामिन-बी12 से भरे होते हैं ये 7 शाकाहारी फूड्स
Vitamin B12 Deficiency आइए जानें ऐसे 7 शाकाहारी खाद्य पदार्थों के बारे में जो विटामिन-बी12 से भरे होते हैं। इनको डाइट में शामिल करने से आपके शरीर में कभी भी इस जरूरी विटामिन की कमी नहीं होगी। इसके अलावा आप डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।
By Ruhee ParvezEdited By: Ruhee ParvezUpdated: Tue, 28 Mar 2023 09:06 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Vitamin B12 Vegetarian Foods: हमारे शरीर के लिए सही तरह से फंक्शन करने के लिए विटामिन-बी12 बेहद जरूरी होता है। अगर आपको कुछ दिनों से एनर्जी की कमी, थकावट और कमजोरी महसूस हो रही है, तो आपको विटामिन-बी12 का टेस्ट करवाना चाहिए। विटामिन-बी12 दिमाग और नर्व सेल्स के विकास और फंक्शन के लिए बेहद जरूरी भी होता है। विटामिन-बी12 अंडों, चिकन और मीट में होता है। हालांकि, अगर आप शाकाहारी हैं, तो आप डाइट में विटामिन-बी12 को शामिल करने से जूझते हैं।
जबकि सच यह है कि शाकाहारी डाइट में भी विटामिन-बी12 के कई विकल्प हैं। आइए जानें इनके बारे में:
पालक
हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पालक, विटामिन-बी12 का बेहतरीन स्त्रोत है, जो शाकाहारी लोगों के लिए बेस्ट विकल्प भी है। आप पालक का इस्तेमाल कई तरह से कर सकते हैं। इसका सूप बनाएं, सब्जी बनाएं या फिर सूप।
ग्रीक योगर्ट
ग्रीक योगर्ट विटामिन-बी12 के साथ प्रोटीन से भी भरपूर होता है। ध्यान रहे कि इसे खरीदते या फिर तैयार करते वक्त इसमें चीनी न मिलाएं। आप इसे बैक्ड आलू या फिर फलों के साथ खा सकते हैं। यह एक बेहचरीन स्नैक भी है।
चुकंदर
आयरन, फाइबर, पोटैशियम से भरपूर चुकंदर विटामिन-बी12 से भी भरा होता है। रोजाना चुकंदर खाने से बालों की क्वालिटी और ग्रोथ बढ़ती है, त्वचा हेल्दी होती है, ब्लड सर्क्यूलेशन बढ़ता है और साथ ही स्टेमिना भी।टेम्पेह (Tempeh)
इसे सोयाबीन को फर्मेंट कर तैयार किया जाता है, जो पारंपरिक इंडोनेशियाई खाने का हिस्सा भी है। यह टोफू की तरह का ही होता है और विटामिन-बी12 से भरपूर भी। इस स्टीम, बेक या फिर ग्रिल करके खाया जा सकता है।गाय का दूध
यह प्रोटीन, कैल्शियम, फास्फोरस, और पोटेशियम के साथ विटामिन-बी12 का भी बड़ा स्त्रोत होता है। रोजाना दो कप दूध पीने पर आपको पर्याप्त विटामिन-बी12 मिल जाता है।विटामिन-बी12 की कमी के संकेत क्या हैं?
शरीर में विटामिन-बी12 की हल्की कमी से किसी तरह के लक्षण नहीं नजर आते। हालांकि, अगर इसका इलाज न किया जाए, तो इससे:- कमजोरी
- थकावट
- चक्कर आना
- दिल की धड़कनों का तेज होना
- सांस लेने में दिक्कत
- त्वचा का सफेद पड़ना
- जीभ का स्मूद हो जाना
- दस्त
- कब्ज
- भूख न लगना
- गैस