Prevention of Heart Failure: इन आदतों को अपनाकर काफी हद तक बचे रह सकते हैं हार्ट फेलियर के खतरे से
Prevention of Heart Failure हार्ट से जुड़ी बीमारियों के पीछे काफी हद तक हमारी आदतें जिम्मेदार होती हैं। बहुत ज्यादा तेल-मसाले वाला खाना एक्सरसाइज की कमी स्मोकिंग-एल्कोहल की लत इसके खतरे को और ज्यादा बढ़ा देती है तो अगर आप अपने हार्ट को रखना चाहते हैं हेल्दी तो आज और अभी से छोड़ दें ये आदतें। इसके साथ ही इन टिप्स को भी करें फॉलो।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Prevention of Heart Failure: आजकल लोग कम उम्र में ही हार्ट से जुड़ी बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। भारत में पिछले कुछ सालों से हार्ट प्रॉब्लम्स से होने वाली मौतों की संख्या काफी बढ़ी है। हार्ट हमारे शरीर को सबसे जरूरी अंग है। इसलिए इसे खास देखभाल की जरूरत होती है। कुछ खराब आदतों को छोड़कर और कुछ अच्छी आदतों को अपनाकर हार्ट डिजीज और हार्ट फेलियर के खतरे से काफी हद तक बचा जा सकता है। तो आज इस लेख में हम ऐसे ही उपायों के बारे में जानने वाले हैं।
फिजिकली एक्टिव रहें
हार्ट फेलियर के खतरे से बचे रहना है तो खुद को फिजिकली एक्टिव रखना सबसे पहला जरूरी काम है। थोड़ी देर ही सही लेकिन टहलना, रस्सी कूदना, जॉगिंग, साइकिलिंग या योग के जरिए बॉडी को इंगेज रखें। किसी बीमारी के चलते ऐसी फिजिकल एक्टिविटीज़ नहीं कर सकते, तो अपने डॉक्टर से बात करें, वो आपको आपकी कंडीशन के हिसाब से सही एक्सरसाइज सजेस्ट कर सकते हैं।
हेल्दी डाइट लें
हार्ट फेलियर से बचाव के लिए खानपान पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अपनी डाइट में फल और सब्जियों, साबुत अनाज, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स, नट्स, दालों की मात्रा बढ़ाएं। डाइट से सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट, कोलेस्ट्रॉल, सोडियम, रेड मीट, मीठी चीज़ों को आउट करें। नमक की भी मात्रा घटाएं।वजन कंट्रोल में रखें
हार्ट फेलियर के खतरे से बचे रहने के लिए वजन को भी कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है। मोटापे से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और आर्टरी ब्लॉकेज जैसी समस्याएं हो सकती हैं और इससे हार्ट पर असर पड़ता है। खानपान में जरूरी बदलाव और फिजिकली एक्टिव रहकर वजन को आसानी से कंट्रोल में रखा जा सकता है।
तनाव से दूर रहें
तनाव एक साथ कई परेशानियों की वजह बन सकता है। तनाव से नींद डिस्टर्ब होती है और नींद से आपके मूड, पाचन और हार्ट पर असर डालता है। इसलिए इसे मैनेज करना बहुत जरूरी है। तनाव दूर करने में मेडिटेशन काफी हद तक आपकी मदद कर सकता है। रोजाना 15 से 20 मिनट का समय एकांत में बैठकर मेडिटेशन करें। बहुत ज्यादा गुस्सा आने पर 100 से उल्टी गिनती गिनें। बेहद कारगर है ये उपाय।