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Thyroid Awareness Month 2024: थायरॉइड से करना है बचाव, तो लाइफस्टाइल में करें ये 5 बदलाव

जनवरी का महीना थायरॉइड अवेयरनेस मंथ की तरह मनाया जाता है। इस महीने थायरॉइड से जुड़े डिसऑर्डर्स के बारे में जागरुकता फैलाने की कोशिश की जाती है। थायरॉइड को मैनेज करने के लिए केवल दवाइयां ही नहीं बल्कि कुछ लाइफस्टाइल की आदतें भी मददगार होती हैं। जानें लाइफस्टाइल में किन आदतों को शामिल करने से थायरॉइड के डिसऑर्डर्स से बचाव किया जा सकता है।

By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaPublished: Sun, 14 Jan 2024 01:42 PM (IST)Updated: Sun, 14 Jan 2024 01:42 PM (IST)
थायरॉइड से बचाव के लिए अपनाएं ये टिप्स

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Thyroid Awareness Month 2024: जनवरी को थायरॉइड अवेयरनेस मंथ की तरह मनाया जाता है। इस महीने इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने की कोशिश की जाती है, ताकि इस बीमारी को रोका जा सके। थायरॉइड एक ऐसी बीमारी है, जो तेजी से लोगों में बढ़ती जा रही है। इसलिए लोगों का इसके प्रति जागरुक होना काफी जरूरी है।

थायरॉइड डिस्ऑर्डर दो प्रकार के होते हैं- हाइपोथायरॉइडिज्म और हाइपरथायरॉइडिज्म। हाइपोथाइरॉइडिज्म में थायरॉइड ग्लैंड आवश्यकता से कम थायरॉइड हार्मोन बनाता है, वहीं हाइपरथायरॉइडिज्म में थायरॉइड ग्लैंड ओवरएक्टिव हो जाता है, जिस वजह से वह अधिक थायरॉइड हार्मोन बनाने लगता है। इन दोनों ही कंडिशन्स की वजह से कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस डिसऑर्डर से बचाव करना काफी आवश्यक है। अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर, आप खुद को इस बीमारी से बचा सकते हैं। आइए जानते हैं, थायरॉइड की वजह से क्या परेशानियां हो सकती हैं।

अधिक तनाव न लें

स्ट्रेस की वजह से हमारी स्वास्थय पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। इन प्रभावों में थायरॉइड ग्लैंड में डिसऑर्डर भी शामिल है। दरअसल, तनाव की वजह से थायरॉइड ग्लैंड ठीक से फंक्शन नहीं कर पाता है। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट के तकनीकों को अपनाएं। योग, मेडिटेशन, जर्नलिंग आदि की मदद से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है।

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आयोडिन से भरपूर खाना

हमारी डाइट, हमारे शरीर के हर हिस्से को प्रभावित करती है। खाने में आयोडिन की कमी की वजह से, थायरॉइड ग्लैंड ठीक से काम नहीं कर पाता है। इसलिए खाने में आयोडाइज्ड नमक और फूड आइटम्स को शामिल करें, ताकि आयोडिन की कमी न हो पाए। साथ ही, इस बात का भी ख्याल रखें कि इसकी मात्रा अधिक न हो। अधिक मात्रा भी नुकसानदेह हो सकता है।

एक्सरसाइज करें

एक्सरसाइज करने से आपकी सेहत तंदुरुस्त रहती है। एक्सरसाइज करने से थायरॉइड ग्लैंड को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है। ब्रिस्क वॉकिंग या साइकिलिंग जैसी एक्सराइज से वजन मेंटेन करने और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखने में मदद मिलती है। इस कारण से थायरॉइड की समस्या से भी बचाव में मदद मिलती है।

स्मोकिंग न करें

स्मोकिंग की वजह से हमारे थायरॉइड ग्लैंड पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्मोकिंग की वजह से शरीर में आने वाले केमिकल्स, थायरॉइड हार्मोन्स को प्रभावित रहता है। इस वजह से आप कैंसर का खतरा भी रहता है। इसलिए स्मोकिंग न करें।

नींद पूरी करें

नींद की कमी हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। नींद की कमी की वजह से हमारे हार्मोनल ग्लैंड्स बेहतर तरीके से काम नहीं कर पाते। इसलिए रोज 7-8 घंटे की सुकून की नींद लें।

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Diclaimer: यह लेख सूचना के प्रयोजन के लिए है। यह पेशेवर सलाह या उपचार का विकल्प नहीं है।

Picture Courtesy: Freepik


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