Thyroid Awareness Month 2024: क्या आप करते हैं थायराइड से जुड़े इन मिथकों पर यकीन, तो जानें क्या है सच्चाई
तेजी से बदलती लाइफस्टाइल इन दिनों कई समस्याओं की वजह बन रही है। थायराइड इन्हीं समस्याओं में से एक है जो किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है। हालांकि अभी भी लोगों में इसे लेकर जागरूकता की कमी है जिसकी वजह हर साल जनवरी में थायराइड अवेयरनेस मंथ मनाया जाता है। इस मौके पर आज जानते हैं इस बीमारी से जुड़ी कुछ आम मिथक और इनकी सच्चाई-
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Thyroid Awareness Month 2024: इन दिनों लोग कई समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। तेजी से बदलती लाइफस्टाइल और काम का बढ़ता बोझ लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल रहे हैं। डायबिटीज, बीपी जैसी कई समस्याएं लोगों के लिए परेशानी की वजह बनी हुई हैं। थायराइड ऐसी ही एक समस्या हैं, जो कई लोगों को प्रभावित करता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसे लेकर आज भी लोगों में जागरूकता की कमी है। ऐसे में इसे लेकर जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल जनवरी में थायराइड अवेयरनेस डे मनाया जाता है।
इस बीमारी को लेकर हमें अक्सर कई ऐसी अफवाहें और मिथक सुनने को मिलते हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं। ऐसे में आप इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे थायराइड से जुड़े ऐसे ही कुछ आम मिथक और उनकी सच्चाई के बारे में-यह भी पढ़ें- Covid-19 JN.1 से संक्रमित व्यक्ति में नजर आ सकते हैं ये 6 लक्षण, भूलकर भी न करें नजरअंदाज
मिथक: थायराइड की सभी समस्याओं में वजन बढ़ता है।
फैक्ट: हालांकि वजन बढ़ना थायराइड का एक सामान्य लक्षण है, लेकिन थायराइड होने के कारण कई बार वजन घट भी सकता है या वजन पर कोई महत्वपूर्ण असर नहीं पड़ता है। इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं, जिसमें वजन सिर्फ एक पहलू है।
मिथक: थायराइड हमेशा जेनेटिक होते हैं।
फैक्ट: यह पूरी तरह सच नहीं है। थायराइड जेनेटिक हो सकता है, लेकिन जरूरी नहीं कि इसका कारण हमेशा यही हो। इसमें पर्यावरणीय कारक और जीवनशैली विकल्प भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।मिथक: सिर्फ महिलाओं को ही थायराइड की समस्या होती है।
फैक्ट: यह धारणा भी बिल्कुछ सच नहीं हैं। थायराइड महिलाओं में ज्याजा आम जरूर है, लेकिन पुरुष भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। थायराइड की समस्या लिंग आधारित नहीं हैं, इसलिए पुरुष और महिला दोनों की ही जागरूक रहने की जरूरत है।