हार्ट अटैक के खतरे को कम करने में मदद करता है Good Cholesterol, इन तरीकों से बढ़ाएं इसका लेवल
क्या आप जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल सिर्फ बुरा नहीं होता? जी हां हमारे शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल बनते हैं। पहला है गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा है बैड कोलेस्ट्रॉल। Good Cholesterol का लेवल कम होने से Heart Disease हो सकती हैं। इसलिए इसका स्तर बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए आपको अपनी रोजमर्रा के जीवन में कुछ सुधार करने पड़ेंगे। आइए जानें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Tips to Increase Good Cholesterol: दिल की बीमारियों के बढ़ते मामले काफी गंभीर चिंता का विषय है। हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट की वजह से बीते कुछ महीनों में कितने ही लोगों ने अपनी जान गंवाई है। इसके पीछे एक बहुत बड़ी वजह हमारी बिगड़ती जीवनशैली है। आपको बता दें कि हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट न अपनाकर आप दिल की कई बीमारियों को आमंत्रण दे रहे हैं।
दरअसल, खराब जीवनशैली के कारण हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, जो आर्टरीज में प्लेग बनकर इकट्ठा होता है और उन्हें ब्लॉक करता है। इसके कारण नसों से जुड़ी बीमारियां भी होने लगती हैं। साथ ही, हार्ट अटैक का जोखिम काफी अधिक बढ़ जाता है। इसलिए बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने और इसके विपरित स्वाभाव के गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने की जरूरत होती है। आप अब तक यह तो समझ ही गए होंगे कि दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, जिनमें बैड कोलेस्ट्रॉल दिल को नुकसान पहुंचाता है, तो वहीं Good Cholesterol दिल के लिए फायदेमंद होता है। इसलिए हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने वाले हैं, जिनसे गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने ( How to Increase Good Cholesterol) में मदद मिलेगी।
वजन कंट्रोल करें
वजन ज्यादा होने की वजह से बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। इसलिए हेल्दी वजन होना बेहद जरूरी है। अगर आपका वजन ज्यादा है, तो कोशिश करें कि आप वजन कम करें, ताकि गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़े। वेट लॉस के लिए हेल्दी डाइट खाएं और एक्सरसाइज करें।यह भी पढ़ें: किसी दवा से कम नहीं है Amla, रोज खाने से सेहत को मिलेंगे हैरान करने वाले फायदे
एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज करने से वजन कम करने में मदद मिलती है, जो गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में मदद करता है, लेकिन अगर आपका वजन नॉर्मल रेंज में है, तो भी एक्सरसाइज करने से गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ेगी। साथ ही, एरोबिक एक्सरसाइज करने से आपके दिल की मांसपेशियां मजबूत होंगी और हार्ट डिजीज का खतरा कम रहेगा।स्मोकिंग न करें
स्मोक करने से गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है और बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है। साथ ही, इससे नसों को भी नुकसान पहुंचता है। इसलिए स्मोकिंग न करें। साथ ही, पैसिव स्मोकिंग से भी बचें।