रोज की भागदौड़ और जिम्मेदारियां बना रही हैं Anxiety का शिकार, तो इन तरीकों से महिलाएं करें इसे मैनेज
दिनभर की भागदौड़ और काम का बोझ महिलाओं को अक्सर महिलाओं शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार बनाने लगता है। इन दिनों महिलाओं में स्ट्रेस एंग्जायटी और डिप्रेशन की समस्याएं काफी आम हो चुकी है जिसकी वजह से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ टिप्स की मदद से आप इन समस्याओं को मैनेज कर सकती हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। महिलाओं को बायोलॉजी और हार्मोनल असंतुलन के कारण डिप्रेशन होता है। पीरियड्स का आना, प्रेग्नेंसी के पहले और बाद, मेनोपॉज के पहले और इसके बाद, ऐसे कई पड़ाव एक महिला के जीवन में आते हैं, जो इन्हें पुरुषों से पूरी तरह अलग बनाते हैं। अक्सर कामकाज और अन्य जिम्मेदारियों की वजह से महिलाएं अपने बारे में सोचना भूल जाती हैं। इसकी वजह से सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि उनकी मानसिक सेहत भी प्रभावित होती है।
ऐसे में स्ट्रेस, एंग्जायटी या डिप्रेशन होना लाजमी है। अगर आप भी अक्सर एंग्जायटी का शिकार होती है, तो आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी टिप्स के बारे में, जिन्हें अपनाकर आप एंग्जायटी दूर कर सकती हैं।यह भी पढ़ें- शौक के लिए किया जाने वाला Art & Craft है Mental Health के लिए गुणकारी, 5 आर्ट्स से बनाएं ब्रेन को हेल्दी
मेंटल हेल्थ को प्राथमिकता दें
महिलाएं मल्टी टास्कर होने के बोझ तले दबी रहती हैं और न चाहते हुए भी अपनी क्षमता से ज्यादा जिम्मेदारियां उन्हें निभानी पड़ती हैं। इससे स्ट्रेस, एंग्जायटी और बर्नआउट होना स्वाभाविक है। ऐसे में डीप ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें। इससे दिमाग बहुत शांत होगा।
शारीरिक स्वास्थ्य भी है जरूरी
पूरे परिवार का ध्यान रखते हुए महिलाएं अपनी सेहत के साथ बहुत लापरवाही करती हैं। ऐसी स्थिति में न्यूट्रिएंट की कमी के कारण शरीर कमजोर होता है और जरा सी एंग्जायटी भी बहुत ज्यादा प्रभावित करती है। ऐसे में शरीर में कंपकपी, गले में कुछ अटका हुआ महसूस होने का एहसास, सिर भारी रहना, अपच और गैस, हाथ पैर ठंडे होना जैसे लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं। इसलिए बहुत जरूरी है कि अपनी डाइट का ध्यान देते हुए महिलाएं कुछ समय एक्सरसाइज और मेडिटेशन के लिए जरूर निकालें।आज पर फोकस करें
मल्टी टास्क करने वाली महिलाएं कई दिन पहले से प्लानिंग करते रहती हैं, तब काम कर पाती हैं। ऐसे में घबराने की जगह आज और अभी पर फोकस करें और कुछ काम न भी पूरे हो पाएं, तो उन्हें अपने सेहत पर हावी न होने दें। एक दिन में एक ऐसा काम जरूर करें, जिससे आपको खुशी मिलती हो फिर वो चाहे पौधों में पानी देना हो या फिर गाने गाना। वर्तमान में जीना न भूलें।