कम उम्र में ही जोड़ों के दर्द ने कर दिया है परेशान, तो इन 5 टिप्स से पाएं इससे राहत
जोड़ों के दर्द की समस्या (Joint Pain) की वजह से रोजमर्रा का जीवन भी प्रभावित होता है। वैसे तो यह समस्या ज्यादातर बुढ़ापे में होती है लेकिन हमारी लापरवाहियों की वजह से कम उम्र में भी यह परेशानी शुरू हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि जोड़ों के दर्द से बचाव कर सकते हैं। आइए जानें इससे बचने के लिए कुछ आसान टिप्स।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Joint Pain Treatment: जोड़ों के दर्द (Joint Pain) को अक्सर बढ़ती उम्र की निशानी माना जाता है। बुजुर्गों में हड्डियां कमजोर होने की वजह से घुटनों में दर्द या चलने-फिरने में तकलीफ जैसी परेशानियां आमतौर पर देखने को मिल जाती हैं। आपको बता दें कि जोड़ों के दर्द की समस्या अचानक से नहीं शुरू होती है। यह धीरे-धीरे शुरू होता है। लेकिन इस ओर ध्यान न देने की वजह से यह परेशानी बढ़ने लगती है और नौबत यहां तक पहुंच जाती है कि उठने-बैठने में भी तकलीफ शुरू होने लगती है। हालांकि, अब यह समस्या नौजवानों में भी देखने को मिलती है।
इसमें पीठ दर्द (Back Pain) तो सबसे सामान्य है। ऐसा गलत पोजिशन में बैठने या स्थिर जीवनशैली की वजह से होता है। यह परेशानी शुरुआत में छोटी नजर आती है, जिसकी वजह से इसे अनदेखा कर देते हैं, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ यह समस्या और गंभीर होने लगती है और आर्थराइटिस (Arthritis) की समस्या भी हो सकती है। इसलिए जोड़ों के दर्द के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देकर आप इस समस्या को कम कर सकते हैं। आइए जानें जोड़ों के दर्द को कम करने (How to treat Joint Pain) के लिए किन-किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
एक्सरसाइज करें
एक्सरसाइज करने से जोड़ों के आस-पास की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इससे जोड़ों को सुरक्षा मिलती है और वे जल्दी कमजोर नहीं होते। साथ ही, वजन कम करने में भी मदद मिलती है, जिससे जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इसलिए रोज कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करें। इसमें स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और स्ट्रेचिंग को खासतौर से शामिल करें। ये मांसपेशियों और हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद होती है। हालांकि, इससे पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें।(Picture Courtesy: Freepik)
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