Trigger Finger: देर तक करते हैं फोन पर स्क्रॉलिंग, तो हो सकते हैं इस परेशानी का शिकार, आज ही हो जाएं सावधान!
क्या आपको भी देर तक कंप्यूटर या फोन पर टाइप या स्क्रॉल करते हुए समय बिताते हैं। अगर हां तो आपको Trigger Finger के बारे में जरूर जानना चाहिए। यह उंगलियों को प्रभावित करने वाली एक गंभीर समस्या है जो बहुत देर तक उन्हें एक ही पोजिशन में रखने की वजह से हो सकती है। आइए जानें क्या है ट्रिगर फिंगर और क्या हो सकते हैं इसके कारण।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Trigger Finger: तकनीक के विकास के साथ अब हमारे लगभग सारे काम स्मार्ट फोन और कंप्यूटर तक सिमट कर रह गए हैं। काम के अलावा, अब तो मनोरंजन के लिए भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण आपकी उंगलियां फोन की स्क्रीन पर घंटों स्क्रॉल करती रहती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोज यूं घंटों कंप्यूटर और फोन पर टाइप और स्क्रॉल करने के कारण आपकी उंगलियों के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। दरअसल, टाइप या स्कॉल करते समय हमारी उंगली एक ही आकार में देर तक मुड़ी रहती हैं, जिसके कारण एक गंभीर समस्या हो सकती है। इस परेशानी को Trigger Finger कहा जाता है। इस आर्टिकल में इस डिसऑर्डर के बारे में और अधिक जानने की कोशिश करेंगे। आइए जानें।
क्या है ट्रिगर फिंगर?
Trigger Finger एक प्रकार का डिसऑर्डर है, जिसमें उंगलियां एक ही पोजिशन में मुड़े रहने के कारण अकड़ जाती है। एक ही तरह से मुड़े होने की वजह से उंगलियों के टेंडन में सूजन होने लगती है या उनमें छोटी गांठ बन जाती है और सीधा करने में काफी दर्द होता है। इतना ही नहीं, दर्द के साथ-साथ उंगलियों को सीधा करते समय कटकने की भी आवाज आती है। आमतौर पर, यह एक उंगली में होता है, लेकिन यह एक से अधिक उंगलियों में भी हो सकता है। Trigger Finger, 50 साल से अधिक उम्र की महिलाएं, रूमेटॉइड आर्थराइटिस के मरीजों और डायबिटीज के मरीजों को होने का जोखिम सबसे अधिक होता है।
बहुत समय तक एक ही पोजिशन में रहने की वजह से उंगलियों में यह समस्या होती है। उंगलियों के एक ही पोजिशन में मुड़े रहने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसके कई रिस्क फैक्टर्स भी होते हैं, जिनके कारण इस समस्या का शिकार होने का जोखिम बढ़ जाता है।
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ट्रिगर फिंगर के रिस्क फैक्टर्स
- बिना ब्रेक लिए कंप्यूटर पर काम करना, गार्डनिंग या फार्मिंग
- टेनिस या बैडमिंटन जैसे खेल ज्यादा समय तक खेलना
- डायबिटीज
- आर्थराइटिस
- 50 से अधिक आयु
- गाउट
- एमाइलाइडोसिस
ट्रिगर फिंगर के लक्षण
- उंगली सीधी करने में दर्द
- चीजों को पकड़ते समय उंगलियों में अकड़न या दर्द
- उंगली सीधी करते समय या मोड़ते वक्त कटकने की आवाज आना
- सुबह के समय खासतौर से उंगलियों में अकड़न महसूस होना
- उंगली के आस-पास सूजन या गांठ बनना
कैसे पाएं ट्रिगर फिंगर से छुटकारा?
- डॉक्टर की मदद- ट्रिगर फिंगर का इलाज करने के लिए आपको डॉक्टर की मदद लेनी पड़ेगी। इसका खुद से इलाज नहीं किया जा सकता है। इसलिए अगर आपको ट्रिगर फिंगर के लक्षण नजर आने शुरू हो, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें और मदद लें। हालांकि, कुछ बातों का ख्याल रखकर इससे बचा जा सकता है और अगर यह समस्या हो गई है, तो उसे मैनेज भी किया जा सकता है।
- काम के बीच ब्रेक लें- अगर आपको लंबे समय तक कंप्यूटर पर टाइप करने या बैडमिंटन आदि खेलने जैसा काम करना पड़ता है, तो बीच-बीच में थोड़ा ब्रेक लेकर अपनी उंगलियों को आराम दें। इस दौरान आप अपनी उंगलियों को सीधा करने के लिए उंगलियों की कुछ एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। ऐसे में स्ट्रेचिंग काफी बेहतर विकल्प है। इसे आप काम के दौरान बीच में भी कर सकते हैं। इतना ही नहीं, उससे आपकी उंगलियों की मांसपेशियों को आराम के साथ-साथ मजबूती भी मिलेगी। कोशिश करें कि उंगलियां एक ही पोजिशन में बहुत देर तक न रहें।
- अडैप्टिव टूल्स का इस्तेमाल करें- अडेप्टिव टूल्स, एक प्रकार का नरम कवच होता है, जिससे उंगलियों पर कम जोर पड़ता है। इनकी मदद से उंगलियों को सीधा रखने और सूजन कम करने में भी मदद मिलेगी।
- उंगलियों को आराम दें- जिन उंगलियों में ट्रिगर फिंगर की समस्या हो, उन से कम से कम काम लें और उन्हें आराम दें, ताकि सूजन कम करने और दर्द से राहत पाने में मदद मिले। उन उंगलियों पर ज्यादा जोर पड़ने की वजह से समस्या और गंभीर हो सकती है।