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माइग्रेन की समस्या से निजात पाने के लिए ऐसे करें नींबू के पत्ते का इस्तेमाल

Journal of Ethnopharmacology की एक शोध की मानें तो साइट्रस मेडिका यानी नींबू रस से युक्त जूस पीने से माइग्रेन में बहुत जल्द आराम मिलता है। इस शोध में यह भी बताया गया है कि पर्शिया यानी ईरान में उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

By Pravin KumarEdited By: Updated: Thu, 15 Jul 2021 11:24 PM (IST)
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दादी-नानी हमेशा पेट दर्द और पेट संबंधी बीमारियों में नींबू का अचार खाने की सलाह देते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। खराब दिनचर्या और तनाव के चलते माइग्रेन आम समस्या बन गई है। यह एक ऐसी बीमारी है, जिसमें सिर में तेज दर्द होता है। यह दर्द लगातार कई घंटो तक रहता है। इस स्थिति में व्यक्ति में सिर चकराने, मतली और उल्टी आदि लक्षण देखे जाते हैं। माइग्रेन आभासी और वास्तविक दो प्रकार के होते हैं। इस बीमारी का इलाज संभव है। माइग्रेन के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें। वहीं, माइग्रेन की समस्या को दूर करने के लिए नींबू के पत्ते का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं-

नींबू के पत्ते के फायदे

दादी-नानी हमेशा पेट दर्द और पेट संबंधी बीमारियों में नींबू का अचार खाने की सलाह देते हैं। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इसमें कॉपर, पोटेशियम, आयरन, विटामिन-ए, सी कैल्शियम, प्रोबायोटिक बैक्टीरिया और एंजाइम्स समेत कई अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। खासकर कोरोना काल में नींबू के सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।

माइग्रेन में फायदेमंद

Journal of Ethnopharmacology की एक शोध की मानें तो साइट्रस मेडिका यानी नींबू रस से युक्त जूस पीने से माइग्रेन में बहुत जल्द आराम मिलता है। इस शोध में यह भी बताया गया है कि पर्शिया यानी ईरान में उपचार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, नींबू के पत्ते से भी माइग्रेन का उपचार किया जा सकता है। इसके लिए नींबू के कुछ पत्तों को अच्छी तरह से रगड़कर रस को सूंघने से भी माइग्रेन में आराम मिलता है। आप चाहे तो नींबू के पत्तों की चाय बनाकर भी सेवन कर सकते हैं। इससे भी माइग्रेन में राहत पहुंचता है।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।