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कोलकाता में तेजी से बढ़ रहे Viral gastroenteritis के मामले, जानें क्या है यह बीमारी और कैसे करें बचाव

मौसम में बदलाव के साथ ही संक्रमण और बीमारियों के मामले भी बढ़ने लगे हैं। कोलकाता में पिछले कुछ दिनों से Viral gastroenteritis के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसकी वजह से पीड़ित में पानी जैसे दस्त पेट में ऐंठन मतली या उल्टी और कभी-कभी बुखार जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। आज इस आर्टिकल में जानेंगे क्या है यह बीमारी और इससे बचाव के तरीके।

By Harshita Saxena Edited By: Harshita Saxena Updated: Sat, 22 Jun 2024 02:40 PM (IST)
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कोलकाता में बढ़ रहे Viral gastroenteritis के मामले (Picture Credit- Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। देश के कई हिस्सों के बारिश के साथ ही मौसम ने करवट बदलनी शुरू कर दी है। मौसम में बदलाव के साथ ही अब संक्रमण और विभिन्न बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है। हाल ही में कोलकाता में वायरल फीवर और गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल डिजीज (Viral gastroenteritis) के मामलो में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो पिछले एक सप्ताह में पूरे कोलकाता में इसके मामले सामने आ रहे हैं।

इसके अलावा यहां कुछ गंभीर टाइफाइड के मामले भी सामने आए हैं, जो डॉक्टरों के अनुसार साल के इस समय में असामान्य है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानेंगे क्या है वायरल फीवर और गैस्ट्रो-इंटेस्टाइनल डिजीज और इससे जुड़ी सभी जरूरी बातें-

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क्या है वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस?

मायो क्लिनिक के मुताबिक वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस आंतों यानी इंटेस्टाइन का संक्रमण है, जिसमें दस्त, पेट में ऐंठन, मतली या उल्टी और कभी-कभी बुखार जैसे लक्षण नजर आते हैं। इसे आमतौर पर Stomach Flu कहा जाता है। वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या दूषित भोजन या पानी के सेवन से फैलता है।

वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लक्षण

  • बुखार
  • सिरदर्द
  • दस्त
  • मांसपेशियों में दर्द
  • पेट में ऐंठन और दर्द
  • मतली, उल्टी या दोनों

वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के कारण

वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस आमतौर पर दूषित भोजन खाने या पानी पीने से फैलता है। इसके अलावा अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बर्तन, तौलियेा या खाना शेयर करते हैं, तो इससे भी आपको गैस्ट्रोएंटेराइटिस होने की संभावना हो सकती है। कई वायरस गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बन सकते हैं, जिनमें नोरोवायरस, रोटावायरस आदि शामिल हैं।

वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचाव

  • वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से बचने के लिए अपने बच्चे का वैक्सीनेशन करवाएं।
  • अपने हाथों को समय-समय पर अच्छे से धोएं, खासकर शौचालय का इस्तेमाल करने के बाद। साथ ही सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे भी ऐसा करें।
  • डायपर बदलने के बाद और खाना बनाने या खाने से पहले भी अपने हाथ धोएं। गर्म पानी और साबुन का उपयोग करना और हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक अच्छी तरह से धोएं।
  • अगर साबुन और पानी उपलब्ध न हो तो अपने साथ सैनिटाइजिंग वाइप्स और हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
  • अपनी व्यक्तिगत वस्तुओं जैसे खाने के बर्तन, पीने के गिलास, प्लेट और तौलिये को साझा करने से बचें।
  • भोजन तैयार करने से पहले सभी फलों और सब्जियों को अच्छे से धो लें। अगर आप बीमार हैं, तो खाना बनाने से बचें।
  • अगर आपके घर में किसी को वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस है, तो उनके कपड़े छूते समय दस्ताने पहनें। कपड़ों और बिस्तरों को गर्म पानी में धोएं और उन्हें सबसे गर्म तापमान पर सुखाएं। कपड़े धोने के बाद अपने हाथ अच्छे से धोएं।

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