विटामिन-डी की कमी बन सकती है डिप्रेशन की वजह! यहां पढ़ें इसका कारण और बचाव के तरीके
विटामिन-डी एक ऐसा पोषक तत्व है जो हमारे शरीर में कई अहम भूमिका निभाता है। इसलिए इसकी कमी (Vitamin D Deficiency) हमारी सेहत पर कहर बरपा सकती है। इसकी कमी से होने वाली परेशानियों में डिप्रेशन भी शामिल है। अब आप सोच रहे होंगे कैसे तो आइए इसका जवाब जानते हैं कि कैसे विटामिन-डी की कमी डिप्रेशन की वजह बन सकता है और इससे कैसे बचें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। आजकल डिप्रेशन एक आम समस्या बन गई है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से एक कारण विटामिन-डी की कमी (Vitamin-D Deficiency) भी हो सकती है। विटामिन-डी, जिसे "सनशाइन विटामिन" भी कहा जाता है, हमारे शरीर के लिए कई महत्वपूर्ण कामों को करता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है, इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है और मूड को भी नियंत्रित करता है।
इन वजहों से विटामिन-डी शरीर के लिए काफी जरूरी माना जाता है। हालांकि, आमतौर पर लोगों में विटामिन-डी की कमी ही पाई जाती है। इसके पीछे कई कारण (Vitamin-D Deficiency Causes) हो सकते हैं, जिनमें से एक है धूप में कम समय बिताना है। विटामिन-डी की कमी के कारण शरीर में कई परेशानियां हो सकती हैं, जैसे- हड्डियों का कमजोर होना, बाल झड़ना आदि, लेकिन क्या आप जानते हैं, इसकी वजह से डिप्रेशन भी हो सकता है। आइए जानते हैं कैसे और किन तरीकों से विटामिन-डी की कमी को दूर (Vitamin-D Deficiency Prevention Tips) किया जा सकता है।
विटामिन-डी की कमी और डिप्रेशन के बीच संबंध
विटामिन-डी की कमी डिप्रेशन के खतरे को बढ़ा सकती है। विटामिन-डी दिमाग में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जो एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो मूड को नियंत्रित करता है। जब विटामिन-डी का स्तर कम होता है, तो सेरोटोनिन का स्तर भी कम हो सकता है, जिससे डिप्रेशन होने का खतरा बढ़ जाता है। विटामिन-डी की कमी अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे चिंता, बाईपोलर डिसऑर्डर और सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD) से भी जुड़ी हुई है।यह भी पढ़ें: 4 वजहें जो हो सकती हैं Vitamin-D की कमी के लिए जिम्मेदार, वक्त रहते हो जाएं सावधान!
विटामिन-डी की कमी के अन्य लक्षण
- थकान और कमजोरी
- हड्डियों का दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- घाव भरने में देरी
- बालों का झड़ना
- बार-बार बीमार पड़ना
विटामिन-डी की कमी को कैसे पूरा करें? (Vitamin D Deficiency Treatment)
विटामिन-डी की कमी को पूरा करने के कई तरीके हैं:- सूरज की रोशनी- सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत है। रोजाना कुछ समय धूप में बैठने से आपको पर्याप्त विटामिन-डी मिल सकता है। हालांकि, सुबह 10 बजे से पहले की ही धूप में बैठें। इसके बाद धूप में हानिकारक यूवी किरणें बढ़ जाती हैं।
- आहार- कुछ फूड आइटम्स में विटामिन-डी पाया जाता है, जैसे कि-
मछली (साल्मन, ट्यूना)
अंडे की जर्दी
दूध और दूध उत्पाद
मशरूम
फोर्टिफाइड फूड आइटम्स (दूध, अनाज)
- सप्लीमेंट्स- यदि आप अपनी डाइट से भरपूर विटामिन-डी नहीं ले पा रहे हैं, तो आप डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-डी सप्लीमेंट ले सकते हैं।
विटामिन-डी की कमी से बचाव के लिए टिप्स
- सूरज की रोशनी में समय बिताएं- रोजाना सुबह कुछ समय धूप में बैठने से आपको भरपूर विटामिन-डी मिल सकता है।
- विटामिन-डी से भरपूर डाइट लें- अपनी डाइट में मछली, अंडे, दूध और अन्य विटामिन-डी से भरपूर फूड आइटम्स को शामिल करें।
- डॉक्टर से परामर्श लें- यदि आपको लगता है कि आपको विटामिन-डी की कमी है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं- नियमित एक्सरसाइज करें, तनाव कम करें और पूरी नींद लें।
- ध्यान दें- विटामिन-डी की कमी के लक्षणों का अनुभव होने पर हमेशा डॉक्टर से परामर्श लें।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।