बच्चों के शारीरिक विकास में रुकावट बन सकता है ज्यादा मोबाइल देखना, हड्डियों पर पड़ता है गहरा असर
बच्चों में स्मार्टफोन के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में हम अक्सर बात करते हैं। हालांकि आमतौर पर हम यह सोचते हैं कि इससे सिर्फ आंखों पर ही असर पड़ता है लेकिन हाल ही में हुए एक शोध में पता चला है कि स्मार्टफोन से निकलने वाली ब्लू लाइट बच्चों की हड्डियों को भी नुकसान (Smartphone Side Effects) पहुंचा सकती है। आइए जानें इस बारे में।
आइएएनएस, नई दिल्ली। बच्चे न रोएं इसके लिए लोग आजकल उनके हाथ में मोबाइल थमा देते हैं, लेकिन इसका कितना गलत प्रभाव उनपर पड़ सकता है वह यह सोच भी नहीं सकते। आजकल स्मार्टफोन बच्चों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। बचपन से ही उन्हें फोन की आदत लग जाती है, जिसे बाद में छुड़ाना बहुत मुश्किल हो जाता है। इसके कारण उनकी सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। आमतौर हम मानते हैं कि इससे सिर्फ आंखों पर प्रभाव पड़ता है, लेकिन इतना ही नहीं है। इसका असर बच्चों के शारीरिक विकास पर भी पड़ सकता है। जी हां, हाल ही में एक शोध में यह बात सामने आई है।
चूहों पर किए गए एक शोध में पता चला है कि लंबे समय तक स्मार्टफोन या टैबलेट से निकलने वाली ब्लू लाइट के संपर्क में रहने से हड्डियों की वृद्धि तेज हो जाती है और हड्डियों की उम्र बढ़ जाती है, जिससे समय से पहले यौवन आने की संभावना बढ़ जाती है। तुर्किये में गाजी यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता डॉ. आयलिन क्लान्क ने कहा कि यह दिखाने वाला पहला अध्ययन है कि मोबाइल से निकलने वाली ब्लू लाइट शारीरिक वृद्धि और विकास को कैसे प्रभावित कर सकती है। डाटा बताता है कि ब्लू लाइट के लंबे समय तक संपर्क में रहने से शारीरिक विकास तेज हो जाती है।
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जब बच्चे बड़े होते हैं तो उनमें फीमर जैसी लंबी हड्डियां विकसित होती हैं, जो धीरे-धीरे दोनों छोर पर लंबी होती जाती हैं। यह अंत में ठोस हो जाती है और लंबाई में वृद्धि को रोक देती है। लड़कियां जहां 14 से 16 वर्ष की आयु के बीच अपनी अधिकतम ऊंचाई तक पहुंचती हैं, वहीं लड़के 16 से 18 वर्ष की आयु के बीच अपनी वृद्धि पूरी कर लेते हैं। हालांकि, हाल के अध्ययनों ने लड़कियों और लड़कों दोनों में समय से पहले यौवन में वृद्धि की ओर इशारा किया गया है। अध्ययनों से पता चलता है कि बच्चे शुरू में तो जल्दी बढ़ते हैं, लेकिन अक्सर सामान्य समय से पहले ही बढ़ना बंद कर देते हैं। उगुरलू ने कहा कि इसका एक कारण ब्लू लाइट उत्सर्जित करने वाले उपकरणों का बढ़ता उपयोग हो सकता है। इसका मतलब है कि उनकी हड्डियां बहुत जल्दी परिपक्व हो गईं, जिसके कारण वह अपनी सामान्य लंबाई से छोटे हो सकते हैं।
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