Chronic Fatigue Syndrome: क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम से पीड़ित हैं सिंगर मरीना डायमंडिस, जानें क्या है यह बीमारी
क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है जिसमें बच्चे भी शामिल हैं। यह समस्या आमतौर पर महिलाओं के बीच काफी सामान्य और यह 20 से 40 वर्ष की उम्र के दौरान विकसित हो सकती है। इसमें व्यक्ति को बहुत ज्यादा सुस्ती या थकान महसूस होती है जो आराम के बाद भी बनी रहती रहता है। आइए जानते हैं इसके बारे में कुछ बातें।
By Jagran NewsEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Mon, 17 Jul 2023 07:08 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Chronic Fatigue Syndrome: मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस को क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम या एमई/सीएफएस भी कहा जाता है। यह एक गंभीर बीमारी है, जो लब वक्त तक किसी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर सकती है। इसमें मरीज को बहुत ज्यादा थकान होती है, जो कम से कम छह महीने तक बनी रहती है। ये इंसान के शारीरिक या मानसिक कार्य को भी प्रभावित कर सकती है, जिससे बहुत ज्यादा दर्द और थकान का अनुभव होता है। आराम करने पर भी आपमें पूरी तरह से सुधार नहीं होता है।
मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस/सीएफएस के लक्षण
एमई/सीएफएस के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं और लक्षणों की गंभीरता में दिन-प्रतिदिन उतार-चढ़ाव हो सकता है। थकान के अलावा, लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
- शारीरिक या मानसिक तौर पर कोई काम करने के बाद बहुत ज्यादा थकान
- याददाश्त या सोचने की क्षमता से जुड़ी समस्याएं.
- चक्कर आना (जो लेटने या बैठने से लेकर खड़े होने तक बढ़ जाता है)
- मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द
- नींद पूरी न होना
मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस/सीएफएस के कारण
एन्सेफेलोमाइलाइटिस/क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम (एमई/सीएफएस) का कारण वैसे तो साफ नहीं हैं, लेकिन कुछ ऐसे कारक है, जिनसे इसके होने की संभावना बढ़ती है जिनमें निम्न शामिल हैं:- जेनेटिक: जेनेटिक तौर पर एमई/सीएफएस एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचता है, इसलिए कुछ लोगों में इस डिसऑर्डर के विकसित होने की संभावना जन्म के वक्त से ही हो सकती है।
- संक्रमण: कुछ लोगों में वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण से ठीक होने के बाद एमई/सीएफएस लक्षण विकसित होते हैं।
- शारीरिक या भावनात्मक तौर पर तनाव: कुछ लोगों की मानें तो उन्हें सीएफएस के लक्षण शुरू होने से कुछ समय पहले उन्हें चोट, सर्जरी या भावनात्मक तनाव से गुजरना पड़ा था। जिसके बाद ये समस्या पैदा हुई।
- ऊर्जा के उपयोग में समस्याएं: एमई/सीएफएस वाले कुछ लोगों को शरीर के ईंधन, मुख्य रूप से फैट और शुगर को ऊर्जा में परिवर्तित करने में समस्या होती है।
मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस/सीएफएस का निदान
एमई (Myalgic encephalomyelitis)/सीएफएस (chronic fatigue syndrome) के लिए कोई टेस्ट नहीं है। कुछ समान लक्षणों वाली अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का पता लगाने के लिए आपको विभिन्न प्रकार के टेस्ट कराने की आवश्यकता हो सकती है।
इसका पता लगाने के लिए आपके लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछा जाएगा। जिसके बाद आपके ब्लड और यूरिन की जांच भी हो सकती है। एमई/सीएफएस के लक्षण कई सामान्य बीमारियों के समान होते हैं, जो आमतौर पर अपने आप ठीक हो जाते हैं। अगर आप उम्मीद के मुताबिक जल्दी ठीक नहीं होते हैं, तो एमई/सीएफएस के निदान पर विचार किया जा सकता है।
मायलजिक एन्सेफेलोमाइलाइटिस/सीएफएस का इलाज
फिलहाल एमई/सीएफएस के लिए कोई इलाज नहीं है, लेकिन लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद करने के लिए एक डॉक्टर आपकी मदद कर सकता है।
ऐसे उपचार हैं, जो इस स्थिति को प्रबंधित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं। उन उपचार में निम्न शामिल हैं:
- कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (सीबीटी)
- एनर्जी मैनेजमेंट (जहां आपको सलाह दी जाती है कि आपके लक्षणों को बदतर बनाए बिना आपके पास मौजूद ऊर्जा का उपयोग कैसे कर सकते हैं)
- दर्द और नींद की समस्या जैसे लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए दवा