Diagnosing Cold Intolerance: कहीं आपको गर्मी में भी सर्दी ज्यादा तो नहीं लगती? जानिए कारण
Diagnosing Cold Intolerance जिन लोगों को ज्यादा सर्दी का अहसास होता है उन्हें सबसे पहले अपना थायराइड चेक कराना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार हाइपोथायराइड होने पर भी मरीज़ को अधिक सर्दी लगती है। हाइपोथायरायड तब होता है जब थायरायड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है।
By Shilpa SrivastavaEdited By: Updated: Sat, 08 May 2021 10:20 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। सर्दी में ठंड लगना कॉमन बात है लेकिन कुछ लोगों को गर्मी के दिनों में भी ठंड लगती हैं। उनके हाथ-पैर ठंडे पड़े रहते हैं। गर्मी के दिनों में ठंड का अहसास होना कोई कॉमन बात नहीं है, बल्कि ये किसी परेशानी का संकेत देते हैं। अगर आपको हर वक्त ठंड लगती हैं तो यह संकेत है कि आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपके साथ भी इस तरह की कोई परेशानी होती है तो आइए जानते हैं कि क्यों शरीर में ठंड का अहसास होता है।
हाइपोथायरायडजिन लोगों को ज्यादा सर्दी का अहसास होता है उन्हें सबसे पहले अपना थायराइड चेक कराना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, हाइपोथायराइड होने पर भी मरीज़ को अधिक सर्दी लगती है। हाइपोथायरायड तब होता है जब थायरायड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है। जब थायरायड पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करपाता तो शरीर की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। हाइपोथायरायड होने पर व्यक्ति को ठंड लगने के अलावा, थकान, डिप्रेशन, बालों का झड़ना, कब्ज, पीरियड्स में परेशानी जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
एनीमिया: अमेरिकन सोसायटी ऑफ हेमाटोलॉजी के अनुसार, एनीमिया एक रक्त विकार है जो तब होता है जब आपके शरीर में ऑक्सीजन को लेजाने के लिए पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाएं नहीं होती हैं। इससे आपके अंगों में कम संचार होता है, जिससे आप ठंड महसूस करते हैं। खून की कमी के कारण आपके हाथ और पैर ठंडे रहते हैं। एनीमिया लक्षणों में कमजोरी, थकान, चक्कर आना, सांस लेने में तकलीफ होना, छाती में दर्द और सिरदर्द शामिल हैं।
एनोरेक्सिया नर्वोसा:शरीर में बॉडी फैट पर्याप्त मात्रा में नहीं होने के कारण व्यक्ति को ज्यादा ठंड लगती है। एनोरेक्सिया के अन्य लक्षणों में वजन घटना, पेट की समस्याएं, जैसे कब्ज या ऐंठन, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, चक्कर आना या बेहोशी, महिलाओं में पीरियड्स की कमी, कमजोर बाल या नाखून, अधिक वजन होने का डर, पब्लिक में खाने का डर व सोशल आइसोलेशन आदि है।
Written By: Shahina Noor