Brain Fog: क्या है ब्रेन फॉग जो छीन सकता है आपके सोचने-समझने की क्षमता, जानें कैसे करें इससे बचाव
Brain Fog एक मानसिक स्थिति है जो आपके दिमाग पर गहरा असर डालती है। इसकी वजह से आपके सोचने-समझने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। इसकी वजह से आपको दैनिक कार्यों को करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि इससे बचने के लिए अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में सही बदलाव किए जाए ताकि आप इससे बच सकें।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रेन फॉग (Brain Fog) एक तरह की मानसिक स्थिति है, जिसे कॉग फॉग भी कहा जाता है। इसमें व्यक्ति का फोकस कम हो जाता है, सोचने समझने की क्षमता घट जाती है और फैसला लेने की शक्ति कम हो जाती है, जिससे दैनिक कार्यों को करने में दिक्कत महसूस होने लगती है। इस स्थिति से पीड़ित व्यक्ति को कुछ भी याद रखने में दिक्कत होती है और किसी समस्या का समाधान करना मुश्किल हो जाता है।
इतना ही नहीं लगता है, कुछ भी बनाना कंफ्यूजिंग लगता है चाहे वह खाना हो या कोई ड्राइंग, किसी भाषा को समझने में दिक्कत हो सकती है औक कुछ प्लानिंग करना कठिन होता है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि ब्रेन फॉग एक कन्फ्यूजन की स्थिति होती है, जिसमें कुछ भी सोचने और समझने क्षमता कम हो जाती है। आइए जानते हैं इस स्थिति से जुड़ी सभी जरूरी बातें-यह भी पढ़ें- सेहत ही नहीं त्वचा को भी नुकसान पहुंचाती है शराब, जानें स्किन पर इसके साइड इफेक्ट्स
ब्रेग फॉग के कारण
ब्रेन फॉग के कई कारण होते हैं। कोविड से ठीक होने वाले मरीजों में ये बहुत पाया जा रहा है। इसके अलावा इसके कुछ प्रमुख कारणों में निम्न शामिल हैं-
- जरूरत से ज्यादा सोचना
- ज्यादा काम करना
- आराम न करना
- नींद पूरी न करना
- ज्यादा तनाव लेना
- खराब खानपान
- कुछ विशेष दवाइयों के साइड इफेक्ट ब्रेन फॉग के रूप में उभर सकते हैं।
ब्रेन फॉग की पहचान कैसे करें
ब्रेन फॉग की पहचान के लिए कोई खास डायग्नोसिस नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को समझ कर इसका इलाज आसानी से संभव है। आप निम्न लक्षणों से इसकी पहचान कर सकते हैं-- सांस फूलना
- नींद न आना
- भ्रमित रहना
- एकाग्रता में कमी
- कमजोर याद्दाश्त
- सोच धुंधली होना
- दिनचर्या धीमी होना
- थकावट और सुस्ती
- अव्यवस्थित जीवन
- कम जागरूक रहना
- बातचीत करने में दिक्कत
- काम करने की क्षमता कम होना
ब्रेग फॉग से बचाव-
अगर आप ब्रेग फॉग से अपना बचाव करना चाहते हैं, तो अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में कुछ बदलाव करना आपके लिए फायदेमंद होगा। इसके लिए सही मात्रा में पानी पिएं, नींद पूरी करें, काम करते समय नियमित ब्रेक लेते रहें, योग और ध्यान करें और सबसे खास बात कि खानपान का विशेष ख्याल रखें। इस दौरान खानपान का बहुत असर होता है। खानपान के हिसाब से ब्रेन फॉग प्रभावित होता है। अधिक मात्रा में चीनी या कार्ब्स खाने से ब्लड शुगर क्रैश हो सकता है, जिससे ब्रेन फॉग के लक्षण बढ़ सकते हैं। ऐसे में सही खानपान से ब्रेन फॉग को बढ़ने से रोका जा सकता है। ब्रेन फॉग से बचने के लिए आप इन फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं-
- बीन्स- राजमा, पिंटो, नेवी या ब्लैक बीन्स
- बैरीज- ब्लूबेरी और स्ट्राबेरी
- ओमेगा 3 से भरपूर फिश- साल्मन, हेरिंग, सालडाइन, ट्राउट, टूना आदि।
- हरी पत्तेदार सब्जियां- पालक, मेथी, केल
- सिट्रस फ्रूट- संतरा, नींबू, अंगूर आदि।
- नट्स और सीड्स-अखरोट, फ्लैक्स सीड्स
- साबुत अनाज- क्वीनोआ, जौ, फैरो