Move to Jagran APP

पेट में लगातार दर्द या एसिडिटी की समस्या को न करें नजरअंदाज, जो हो सकते हैं इस गंभीर बीमारी के लक्षण

अगर आपके भी पेट में लगातार दर्द बना रहता है या एसिडिटी की समस्या से परेशान रहते हैं तो इसे इग्नोर करने की गलती न करें क्योंकि ये गैस्ट्रिक कैंसर के लक्षण हो सकते हैं और समय के साथ और गंभीर हो सकते हैं। इससे बचाव का सबसे पहला उपाय ही है लक्षणों को पहचानना तो आइए जान लेते हैं इनके बारे में।

By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Wed, 06 Dec 2023 01:16 PM (IST)
Hero Image
गैस्ट्रिक कैंसर के लक्षण, बचाव व उपचार
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। पेट दर्द, एसिडिटी  की समस्या को ज्यादातर लोग खानपान में गड़बड़ी से जोड़कर इग्नोर कर देते हैं। ज्यादा दर्द होने पर पेन किलर ले लेते हैं और एसिडिटी से राहत पाने के लिए गोलियां और सीरप तो हैं ही फिर क्यों ही फ्रिक करना। कुछ ऐसा होता है पेट से जुड़ी समस्याओं को लेकर एटीट्यूड, लेकिन शरीर के किसी भी अंग में लगातार बने रहने वाले दर्द या तकलीफ को नजरअंदाज करना आपकी सेहत पर पड़ सकता है भारी। कई बार तो ये इतना गंभीर रूप ले लेते हैं कि इलाज में अच्छे-खासे पैसे खर्च करने के बाद भी व्यक्ति की जान चली जाती है। इसलिए अपने सेहत को लेकर सबसे ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। 

गैस, कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याएं ऐसी हैं, तो अक्सर ही परेशान करती रहती हैं, तो आपको बता दें कि ये पेट में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं। गैस्ट्रिक कैंसर से आज दुनियाभर में कई लोग ग्रस्त हैं। 

गैस्ट्रिक कैंसर की वजहें 

गैस्ट्रिक कैंसर के सटीक कारण के बारे में पता लगा पाना थोड़ा मुश्किल होता है। गैस्ट्रिक कैंसर होने के पीछे बहुत सी समस्याओं जिम्मेदार हो सकती हैं। ज्यादातर लोगों में यह अनुवांशिक कारणों से देखने को मिलता है, जिसमें मरीज़ के परिवार में पहले भी कोई इस बीमारी का शिकार हो चुका हो। इसके अलावा बढ़ती उम्र, पेट की सूजन, पेट में अल्सर, बहुत ज्यादा एसिडिटी, मोटापा और खराब खानपान भी इसकी वजहों में शामिल हैं। वैसे ज्यादा शराब पीने और धूम्रपान करने वाले लोगों में भी गैस्ट्रिक कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है।

गैस्ट्रिक कैंसर के लक्षण

जैसा कि हमने आपको बताया, गैस्ट्रिक कैंसर की लक्षण बहुत ही नॉर्मल होते हैं। इसलिए लोग इन्हें पहचान नहीं पाते। 

• अपच

• तेजी से वजन कम होना

भूख ना लगना

• खाना निगलने में परेशानी होना

• मतली और उल्टी होना

• उल्टी में खून आना

• मल का अत्यधिक काला होना एवं मल में खून आना

• गैस के कारण पेट फूलना

• पेट में भयंकर जलन और एसिडिटी होना

• पेट में लगातार दर्द बने रहना

• कम खाने पर ही पेट भर जाना

• थकान लगना व कमजोरी महसूस होना

गैस्ट्रिक कैंसर की जांच

डॉ. भावना बंसल, हेड सर्जिकल पैथोलॉजी, ऑनक्वेस्ट लैबोरेटीज़ लिमिटेड ने बताया कि, 'अगर पेट से जुड़ी कोई समस्या आपको हर वक्त परेशान कर रही है, तो बिना समय गंवाए डॉक्टर से मिलें। डॉक्टर आपके लक्षणों का जानने के बाद उचित जांच की सलाह देंगे। एंडोस्कोपी, बायॉप्सी जैसे परीक्षणों के माध्यम से इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है और समय रहते इलाज शुरू कर इस गंभीर बीमारी से निपटा जा सकता है।'

गैस्ट्रिक कैंसर से बचाव के सुझाव

पेट के कैंसर के खतरे को पूरी तरह से दूर करने का कोई विशेष और कारगर उपाय नहीं है। हालांकि नीचे बताई गई कुछ हेल्दी हैबिट्स को अपनाकर इसके खतरे को काफी हद तक कम जरूर किया जा सकता है।

• बहुत ज्यादा शराब पीने से बचें।

• सिगरेट पीने की आदत तुरंत छोड़ दें। 

• ज्यादा तेल-मसाले वाला भोजन ना खाएं।

• फल-सब्जियों से युक्त आहार लें।

• नियमित तौर पर योग और प्राणायाम करते रहें।

• मोटापे पर नियंत्रण रखें।

ये भी पढ़ेंः- क्या आप भी कटहल के साथ खाते हैं ये चीजें, तो फायदे की बजाय होगा नुकसान

Pic credit- freepik