हार्ट फेल का खतरा बढ़ाता है Heart Arrhythmia, ओमेगा 3 की मदद से समय रहते करें अपना बचाव
हार्ट हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है जो कई सारे जरूरी कार्य करता है। हालांकि बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतें अक्सर हमारे दिल को बीमार बनाने लगती है जिससे हम भी बीमार होने लगती है। Heart Arrhythmia दिल से जुड़ी एक गंभीर समस्या है तो हार्ट फेल और स्ट्रोक का कारण बन सकती है। इससे बचने में आमेगा 3 मददगार हो सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। हार्ट शरीर का एक बेहद अहम अंग है, जो निरंतर आखिरी सांस तक काम करता है। हार्ट अटैक और स्ट्रोक के बारे में तो लगभग सभी जानते हैं, लेकिन एक ऐसी स्थिति भी है जो बेहद आम है, लेकिन लोगों को इसकी सही जानकारी नहीं है। ये स्थिति है हार्ट एरिथमिया। ध्यान न दिया जाए तो ये और भी खतरनाक स्थिति पैदा कर सकती है।
क्या है हार्ट एरिथमिया?
हार्ट को बीट कराने वाले इलेक्ट्रिक सिग्नल जब सही से काम नहीं कर पाते हैं जिससे हार्टबीट अनियमित हो जाती है, तो ये हार्ट एरिथमिया कहलाती है। ऐसे में दिल या तो जोरों से धड़कने लगता है या फिर बहुत धीमी गति से धड़कता है। इससे हार्ट फेल या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
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हार्ट एरिथमिया के लक्षण कुछ इस प्रकार हैं-
- अनियमित हार्टबीट
- दिल जोरों से धड़कना
- सिर भारी होना
- सांस फूलना
- सीने में दर्द
- अत्यधिक थकान
हार्ट एरिथमिया और ओमेगा थ्री
हार्ट एरिथमिया के खतरे को कम करने में ओमेगा थ्री का योगदान होता है। हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ रिसर्च की एक स्टडी के अनुसार जिन लोगों के ब्लड में ओमेगा थ्री फैटी एसिड की मात्रा कम होती है, उन लोगों की तुलना में जिनके ब्लड में ओमेगा थ्री फैटी एसिड की मात्रा अधिक होती है, उन लोगों में हार्ट एरिथमिया का खतरा कम होता है।
ओमेगा थ्री एक एसेंशियल फैटी एसिड है, जिसका मतलब ये है कि ये शरीर के लिए जरूरी फैटी एसिड्स में से एक है। शरीर के लिए ये जरूरी तो है, लेकिन ये इसे खुद नहीं बना पाता है। ये ओमेगा 3 की आपूर्ति के लिए पूरी तरह हमारी डाइट पर निर्भर रहता है। ये शरीर के हर सेल के बाहरी परत जिसे सेल मेंब्रेन कहते हैं, उसमें मौजूद होता है। ये ब्रेन के साथ बच्चे के रेटिना के विकास में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कैसे फायदेमंद है ओमेगा थ्री
- ओमेगा थ्री फैटी एसिड ऑयली फिश, फिश ऑयल सप्लीमेंट, अंडे, नट्स, सोयाबीन, अखरोट, फ्लैक्स सीड्स, चिया सीड्स जैसे न्यूट्रिएंट डेंस फूड्स में पाया जाता है।
- ओमेगा थ्री के सेवन से ब्लड में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा घटती है। ट्राइग्लिसराइड ऐसे नुकसानदायक फैट हैं जो ब्लड में जमा हो कर स्ट्रोक का खतरा बढ़ाते हैं।
- ओमेगा थ्री प्लाक जो कि फैट, कॉलेस्ट्रॉल और कैल्शियम से मिल कर बना होता है, उसे जमने से रोकते हैं। प्लाक हार्ड हो कर जमने के बाद आर्टरी ब्लॉक कर सकता है।
- ओमेगा थ्री ब्लड प्रेशर कम करने में मदद करता है जिससे हार्ट हेल्दी बना रहता है।
- ओमेगा थ्री ब्लड क्लॉट से बचाव करता है।
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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।