क्या है ‘No Raw Diet’ जिसे फॉलो करती हैं एक्ट्रेस विद्या बालन, जानें इसके फायदे
फिट और हेल्दी रहने के लिए लोग कई तरह की डाइट फॉलो करते हैं। बीते कुछ समय से विभिन्न तरह की डाइट लोगों के लिए बीच काफी लोकप्रिय हो चुकी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ दिनों से No Raw Diet चर्चा में बना हुआ है। हाल ही में एक्ट्रेस विद्या बालन ने यह बताया कि वह इस डाइट को फॉलो करती हैं। आइए जानते हैं इसके कुछ फायदे।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। इन दिनों ज्यादातर लोग अपनी सेहत को लेकर काफी सजग हो चुके हैं। फिट और हेल्दी रहने के लिए लोग कई तरह के उपाय अपना रहे हैं। ऐसे लोग अक्सर वर्कआउट या डाइट की मदद लेते हैं। वेट लॉस (Weight Loss) करने या वेट मेंटेन करने के लिए लोग अक्सर अलग-अलग तरीके की डाइट फॉलो करते हैं। आए दिन कोई न कोई डाइट ट्रेंड में देखने को मिलती है। इसी क्रम में इन दिनों 'नो रॉ डाइट' (No Raw Diet) काफी चर्चा में बनी हुई है।
हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस विद्या बालन ने अपने डाइटरी प्रैक्टिस को लेकर बात करते हुए बताया कि वह 'नो रॉ डाइट' अपना ध्यान ज्यादा फोकस करती है। एक्ट्रेस के इस खुलासे के बाद से ही सोशल मीडिया पर 'नो रॉ डाइट' ट्रेंड करने लगता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानेंगे क्या है यह डाइट और क्या है इसके फायदे-यह भी पढ़ें- लीची ही नहीं इसके बीजों में भी छिपे हैं ढेरों फायदे, इनके इस्तेमाल से सेहत होगी दुरुस्त और खूबसूरती में लगेंगे चार चांद
क्या है 'नो रॉ डाइट'?
जैसा कि नाम से पता चलता है, यह एक ऐसी डाइट है, जिसमें कच्चा खाना शामिल नहीं होता है। आमतौर पर, इस डाइट में सभी फूड आइटम्स को अच्छा तरह पकाया या अच्छी तरह से प्रोसेस्ड किया जाता है। कभी-कभी, कुछ तरह के कच्चे फूड्स कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों, गर्भवती महिलाओं, कुछ एलर्जी वाले लोगों आदि के लिए प्रतिबंधित होते हैं।
'नो रॉ डाइट' के फायदे
- पोषक तत्व अवशोषण बेहतर करे
- फूड बॉर्न डिजीज का खतरा कम करे
खाने को सही तापमान पर पकाने से कच्चे फूड्स में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस और पैरासाइट मर सकते हैं। इससे फूड बॉर्न डिजीज को रोकने में मदद मिल सकती है, जो कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए खासतौर से फायदेमंद हो सकती है। गर्मी के मौसम में खाने पर विशेष ध्यान देना चाहिए, क्योंकि गर्म मौसम में भोजन खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।
- पाचन बेहतर करे