क्या है Rare Sensory Hearing Loss, जिसके कारण Alka Yagnik को बंद हुआ सुनाई देना, एक्सपर्ट्स से जानें इसके बारे में सबकुछ
बॉलीवुड सिंगर Alka Yagnik ने हाल ही में बताया कि वह Rare Sensory Hearing Loss का शिकार हो गई हैं। उन्होंने इस बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर जानकारी दी। इस खबर के सामने आने के बाद से ही हर कोई इस मेडिकल कंडीशन के बारे में जानना चाह रहा है। ऐसे में एक्सपर्ट बता रहे हैं इसके बारे में सबकुछ।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। जानी-मानी गायिका अल्का याग्निक (Alka Yagnik) ने हाल ही में अपने हियरिंग लॉस से पीड़ित होने की जानकारी फैंस के साथ शेयर की। 90 के दशक की मशहूर गायिका के इस बीमारी से पीड़ित होने की खबर सामने आने के बाद से ही हर कोई उनके जल्द ठीक होने की दुआ कर रहा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर बताया कि उन्हें Rare Sensory Hearing Loss हुआ है। यह एक दुर्लभ बीमारी है, जो किसी को भी अपना शिकार बना सकती है।
अल्का याग्निक के इस खुलासे के बाद से ही हर तरफ इस हियरिंग लॉस को लेकर चर्चा बनी हुई है। हर कोई इस बीमारी के बारे में ज्यादा जानने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में इस रेयर सेंसरी हियरिंग लॉस के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने हेल्थ एक्सपर्ट से बातचीत की। आइए जानते हैं क्या यह कंडीशन, इसके कारण और बचाव के तरीके-यह भी पढ़ें- Rare Sensory Hearing Loss का शिकार हुईं सिंगर Alka Yagnik, जानें क्या है यह कंडीशन और इसके लक्षण
क्या है सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस?
सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस (SNHL), एक ऐसी कंडीशन हैं, जिसमें अचानक ही एक कान की सुनने की क्षमता खत्म हो जाती है। ऐसा एक या तीन दिनों तक होता है। यह कंडीशन कान के अंदर के हिस्से यानी इनर ईयर, कोक्लीअ (cochlea) और ऑडिटरी नर्व को प्रभावित करती है। यह कंडीशन भारत में हर साल करीब 10 लाख लोगों को प्रभावित करती है, जिसमें ज्यादातर बूढ़े-बुजुर्ग शामिल हैं।
सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस के कारण
दिल्ली के सीके बिड़ला हॉस्पिटल में ईएनटी विभाग की प्रमुख सलाहकार, डॉ. दीप्ति सिन्हा ने इस बीमारी के कारणों में बारे में बताया। उन्होंने बताया कि सडन सेंसोरिनुरल हियरिंग लॉस कई कारणों से हो सकती है। अगर यह फ्लाइट अटेंड करने के बाद होता है, तो वह बारोट्रॉमा हो सकता है। इसके अलावा एक अन्य कारण इंटरनल ईयर में बैक्टीरियल इन्फेक्शन या वायरल इन्फेक्शन हैं। ऐसे में इसके इलाज करने के लिए तुरंत ईएनटी के पास जाएं और ओटोस्कोपी और हियरिंग टेस्ट कराएं, ताकि ट्रीटमेंट शुरू किया जा सके।सेंसरी न्यूरल नर्व हियरिंग लॉस से बचाव
- अपने किसी भी हियरिंग डिवाइज का इस्तेमाल 60% से कम वॉल्यूम और रोजाना 60 मिनट तक के लिए करें। इससे ज्यादा तेज आवाज या ज्यादा समय तक इसका इस्तेमाल करने पर अस्थायी या स्थायी हियरिंग लॉस का खतरा बढ़ जाता है।
- लगातार हेडफोन का इस्तेमाल करने से बचें और नियमित ब्रेक लेते रहें।
- पार्टियों, संगीत कार्यक्रमों और खेल आयोजनों के दौरान लाउडस्पीकर के करीब जाने से बचें।
- सर्दी होने पर हवाई जहाज से यात्रा करने से बचें, क्योंकि इससे कान में चोट यानी बारोट्रॉमा हो सकता है। अगर सफर करना जरूरी है, तो जाने से पहले सलाह के लिए किसी ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें।
- ज्यादा शोर वाले कार्य वातावरण (जैसे फैक्ट्री शोर) में काम करने वाले व्यक्तियों ईयर सेफ्टी डिवाइज पहनना चाहिए। हाई डेसीबल साउंड के संपर्क में आने से अस्थायी और स्थायी दोनों तरह का हियरिंग लॉस हो सकता है, इसलिए नियमित हियरिंग टेस्ट आवश्यक हैं।
- अपने ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर के लेवल को सामान्य बनाए रखें। इन्हें नजरअंदाज करने से हियरिंग लॉस का खतरा तेजी से बढ़ता है।
- पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें। एक स्वस्थ जीवनशैली कान के स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है।
- धूम्रपान, वेपिंग, हुक्का, शराब और नशीली दवाओं से बचें, क्योंकि ये हियरिंग लॉस को बढ़ाते हैं।