Health Tips: खड़े होकर पानी पीने से क्या होता है?
Health Tips भरपूर मात्रा में पानी पीना चाहिए यह तो सभी को पता है। लेकिन पानी पीने का सही तरीका क्या है इसके बारे में बहुत कम ही लोग जानते हैं। बहुत से लोगों को खड़े होकर खाना खाने और पानी पीने की आदत होती है जिसे तुरंत बदलने की सलाह दी जाती है। इस आर्टिकल में हम यही जानने की कोशिश करेंगे कि इसके साइड इफेक्ट्स क्या हैं।
By Ritu ShawEdited By: Ritu ShawUpdated: Sun, 25 Jun 2023 04:13 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Drinking Water: प्यास बुझाने के लिए पानी से बेहतर कुछ भी नहीं होता। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा पानी कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं और अन्य बीमारियों को भी दूर रखता है। यही वजह है कि भरपूर मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। जानकारों की मानें तो, आदर्श स्वास्थ्य के लिए हर दिन कम से कम 8 गिलास पानी पियें। हालांकि, पानी पीने का तरीका भी इसमें काफी मायने रखता है। कुछ लोगों को थड़े होकर पानी पीने की आदत होती है, जबकि ऐसा नहीं करने की सलाह दी जाती है। इस आर्टिकल में हम इसी पर चर्चा करेंगे।
बहुत से लोगों की आदत होती है कि घर पहुंचते हैं और तुरंत खड़े होकर पानी पीते हैं। उन्हें लगता है कि पानी कोई नुकसान नहीं पहुंचाता शायद इसीलिए इस बात पर भी ध्यान नहीं देते कि इसे पीने का सही तरीका क्या है- खड़े होकर या बैठकर। यहां इस बात पर गौर करना जरूरी है कि अगर सही तरीके से पानी न पिया जाए, तो यह आपके लिए बहुत हानिकारक हो सकता है और कई संभावित स्वास्थ्य समस्याओं का भी खतरा बढ़ सकता है।
आयुर्वेद के मुताबिक, शरीर को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि जब हम बैठते हैं और अपने शरीर का व्यायाम करते हैं, तो हमें अधिकतम लाभ मिलता है। इसीलिए, एक कारण यह भी है कि हमारे बुज़ुर्गों ने हमें हमेशा बैठ कर खाना खाने और पानी पीने की सलाह दी। शरीर को डिटॉक्सीफाई करने और सभी पोषक तत्वों और खनिजों को प्राप्त करने के लिए पानी को सही तरीके से पीना चाहिए।
विज्ञान कहता है कि, हमारा शरीर 70% पानी से बना है और शरीर प्रतिदिन इसकी बहुत अधिक मात्रा खो देता है। इसलिए इसकी मात्रा को पूरा करने के लिए सही तरीके से पानी पीना चाहिए और अगर जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो ऐसा नहीं हो पाता।
खड़े होकर पानी पीने पर क्या होता है?
जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो जो पानी अंदर जाता है वह सीधे गश के साथ सिस्टम से होकर गुजरता है और वास्तव में उन अंगों तक नहीं पहुंच पाता जहां उसे काम करना चाहिए। इसलिए, जो अशुद्धियां बाहर निकलनी चाहिए वे गुर्दे और मूत्राशय में जमा हो जाती हैं। खड़े होकर पानी पीने से शरीर का प्रकृति के साथ तालमेल बिगड़ जाता है और नर्वस सिस्टम सक्रिय हो जाता है, जिससे उसे लगता है कि वह खतरे का सामना कर रहा है। इस तरह पोषक तत्व वास्तव में बर्बाद हो जाते हैं और शरीर को तनाव का सामना करना पड़ता है।इसके अलावा खड़े होकर पानी पीने प्यास पूरी तरह से नहीं बुझती। चूंकि पानी सीधे अंदर चला जाता है, इसलिए आवश्यक पोषक तत्व और विटामिन पाचन तंत्र तक नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं, तो यह वास्तव में तेजी से सिस्टम में प्रवाहित होता है, जो फेफड़ों और दिल के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। इसके अलावा शरीर में ऑक्सीजन का स्तर भी बिगड़ सकता है।इसलिए, हमेशा बैठकर पानी पीने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा खाना खाने के लिए भी यही नियम लागू होता है। शरीर को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि जब आप बैठते हैं और अपनी पीठ सीधी रखते हैं, तो आपको अधिकतम स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इसलिए अगली बार बैठकर पानी पिएं, जिससे पोषक तत्व मस्तिष्क तक पहुंच सके।
Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी तरह के सवाल या परेशानी हो तो फौरन अपने डॉक्टर से सलाह करें।Picture Courtesy: Freepik