Visceral fat: विसरल फैट बना सकता है आपको कई बीमारियों का शिकार, इसे घटाने में मददगार हो सकते हैं ये उपाय
आंतों में जमे फैट को विसरल फैट कहा जाता है। इसे हिडन फैट के नाम से भी जाना जाता है। महिलाओं की तुलना में पुरुषों में विसरल फैट तेजी से स्टोर होता है। ये चर्बी सेहत के लिए बहुत ही खतरनाक होती है। विसरल फैट सेहत संबंधी कई बीमारियों को जन्म दे सकता है। आइए जानते हैं इसे कैसे कम किया जा सकता है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Visceral fat: पेट और कमर पर जमी चर्बी देखने में तो खराब लगती ही है साथ ही ये सेहत संबंधी कई बीमारियों की भी वजह बन सकती है। वैसे आपको बता दें फैट शरीर के अंदरुनी अंगों पर भी जमा हो सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो अंदरूनी अंगों पर जमा होने वाले फैट से हृदय संबंधी समस्याओं, हाई कोलेस्ट्रॉल, टाइप 2 डायबिटीज, अल्जाइमर होने का खतरा बढ़ जाता है।
क्या है विसरल फैट?
आंतों में जमे फैट को विसरल फैट (Visceral fat) के नाम से जाना जाता है। यह फैट बॉडी के सेंटर प्वाइंट पर खासतौर से देखने को मिलता है। इसके अलावा यह हार्ट, लंग्स, लीवर और शरीर के दूसरे अंदरूनी अंगों पर भी जमा होने लगता है। जिस वजह से इसे हिडन फैट भी कहा जाता है।
शरीर पर जमी अतिरिक्त चर्बी सेहत के लिए हानिकारक होती है। इससे कई सारी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। विसरल फैट को बिना दवाइयों के कुछ आसान उपायों की मदद से आसानी से कम किया जा सकता है।
विसरल फैट बढ़ने के कारण
शरीर में बढ़ने वाले विसरल फैट की सबसे बड़ी वजह फिजिकल एक्टिविटी की कमी होती है। दूसरी वजह जेनेटिक्स है। तीसरी वजह महिलाओं से जुड़ी हुई है। बढ़ती उम्र में मेनोपॉज के बाद बॉडी फैट गेन करने लगती है। कमर और पेट के आसपास सबसे ज्यादा फैट नजर आता है।
विसरल फैट से होने वाले खतरे
- हाई ब्लड प्रेशर- टाइप 2 डायबिटीज- अल्जाइमर - हार्ट अटैक