WHO ने बताया अगले 25 सालों में 77 फीसदी बढ़ सकते हैं Cancer के मामले, इन तरीकों से करें इसकी रोकथाम
कैंसर एक गंभीर बीमारी है जिसका वक्त पर इलाज न होने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। इस कारण से इस बीमारी के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। WHO की एक रिपोर्ट में भी कैंसर के नए मामलों में काफी ज्यादा बढ़ोतरी होने की संभावना जताई गई है। जानें क्या बताय गया इस रिपोर्ट में और इससे बचाव के तरीके।
By Swati SharmaEdited By: Swati SharmaUpdated: Sun, 04 Feb 2024 10:59 AM (IST)
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Cancer Day 2024: कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, कैंसर दुनिया भर में मौत की दूसरी सबसे बड़ी वजह है। साल 2018 में कैंसर की वजह से लगभग 90.6 लाख लोगों ने अपनी जान गवाई है। यह आंकड़ा काफी डरावना है। इसलिए इस जानलेवा बीमारी के बारे में लोगों में जागरुकता होनी काफी जरूरी है। इसलिए हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। इस दिन का महत्व कितना अधिक है, इस बात को समझने के लिए आपको World Health Organisation (WHO) की एक ताजा रिपोर्ट के बारे में जानना जरूरी है। आइए जानते हैं क्या कहना है WHO की इस रिपोर्ट का और कैसे कर सकते हैं आप इस गंभीर बीमारी से अपना बचाव।
क्या है WHO की रिपोर्ट?
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की कैंसर एजेंसी, इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (International Agency for Research on Cancer) के मुताबिक, साल 2050 तक कैंसर के नए मामले, साल 2020 की तुलना में लगभग 77 प्रतिशत अधिक बढ़ जाएंगे। इसे आप यूं समझ सकते हैं कि साल 2050 में कैंसर के लगभग 3.5 करोड़ नए मामले सामने आ सकते हैं। इन बढ़ते मामलों के पीछे की वजह, तंबाकू का सेवन, मोटापा, शराब पीना और वायु प्रदूषण कैंसर के मामले बढ़ने की पीछे की सबसे अहम वजहें हैं। यूए एजेंसी के डाटा के अनुसार, भारत में 75 वर्ष की आयु से पहले किसी व्यक्ति में कैंसर होने की संभावना 10.6 प्रतिशत है, जो अमेरिका और कनाडा की तुलना में काफी कम है। अमेरिका में यह दर लगभग 34.3 प्रतिशत है और कनाडा में 32.2 प्रतिशत। हालांकि, कैंसर की वजह से होनी वाली मृत्यु दर में ज्यादा अंतर देखने को नहीं मिल रहा है। भारत में कैंसर के कारण 75 साल से कम आयु के व्यक्तियों की मृत्यु दर 7.2 प्रतिशत है, तो वही अमेरिका और कनाडा में 8.8 प्रतिशत है, जो भारत से ज्यादा अधिक नहीं है।
आईएआरसी की रिपोर्ट के मुताबिक, लो ह्यूमन डेवलपमेंट इंडेक्स ( Low HDI) वाले देशों पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा और कैंसर की वजह से सबसे अधिक मौतें भी इन्हीं देशों में होगी। इसका आंकड़ा कुछ इस प्रकार है, इन देशों में लगभग 142 प्रतिशत तक कैंसर के नए मामलों में वृद्धि हो सकती है। वही हाई ह्यूमन डेवलेपमेंट इंडेक्स (High HDI) वाले देशों में लगभग 40 लाख नए केस सामने आ सकते हैं। इस रिपोर्ट को देखने के बाद यह समझा जा सकता है कि कैंसर के प्रति जागरुकता और इसके जल्द से जल्द इसके इलाज का कितना महत्व है।
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क्या है कैंसर?
मायो क्लीनिक के मुताबिक, सामान्य सेल्स में असमान्य बदलाव होने की वजह से कैंसरस सेल्स, वे सेल्स जो आगे चलकर कैंसर की वजह बनते हैं, में परिवर्तित हो जाते हैं और असामान्य तरीके से तेजी से बढ़ने लगते हैं। ये कैंसरस सेल्स हेल्दी सेल्स को नष्ट करने लगते हैं और वक्त रहते इलाज न किया जाए, तो शरीर के दूसरे हिस्सों तक भी फैल सकते हैं। वैसे तो कैंसर के लक्षण इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस अंग में हुआ है, लेकिन हर कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं, जिनकी मदद से इसका वक्त पर पता लगाकर, इलाज किया जा सकता है।क्या है कैंसर के सामान्य लक्षण?
- अचानक से वजन कम होने लगना
- थकान
- ब्लीडिंग होना या चोट के निशान नजर आना
- पाचन क्रिया में समस्या
- बुखार
- त्वचा के टेक्सचर, रंग या मोल में बदलाव होना