Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Elvish Yadav Snake Venom Case: कैसे होता है सांप के जहर से नशा, जिसका रेव पार्टी में होता था इस्तेमाल?

एल्विश यादव और रेव पार्टीयों में सांपों के जहर की अवैध सप्लाई से जुड़ा मामला अब तूल पकड़ने लगा है। इसे लेकर FSL की रिपोर्ट भी सामने आई है जो एल्विश की मुश्किलें बढ़ा सकती है। शरीर में पहुंचने पर जो जहर मौत की वजह बन जाता है आखिर कैसे वह रेव पार्टियों में नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है? आइए विस्तार से जानते हैं इससे जुड़ी सभी बातें।

By Nikhil Pawar Edited By: Nikhil Pawar Updated: Fri, 16 Feb 2024 05:05 PM (IST)
Hero Image
जानिए रेव पार्टी में कैसे होता है सांप के जहर से नशा

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Elvish Yadav Snake Venom Case: बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता और फेमस यूट्यूबर एल्विश यादव अब मुसीबत में फंसते नजर आ रहे हैं। दरअसल, नोएडा की रेव पार्टियों में नशे के लिए कोबरा करैत प्रजाति के सांप (Krait Snake) का जहर इस्तेमाल किया जा रहा था, इस बात की पुष्टि जयपुर स्थित फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) ने की है।

बता दें, इस मामले में बीजेपी सांसद मेनका गांधी के एनजीओ ने एल्विश यादव समेत कुछ लोगों के खिलाफ नोएडा सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज करवाया था, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पकड़े गए सांपों के जहर को टेस्ट के लिए एफएसएल के लैब में भेज दिया था। इसके नतीजे भी सामने आ चुके हैं, जो अब एल्विश यादव की गिरफ्तारी को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं, कि कैसे होता है सांपों के जहर से नशा और क्यों बढ़ गई है रेव पार्टियों में इसकी डिमांड।

क्या सचमुच होता है सांप के जहर से नशा?

रेव पार्टियों में नशे के लिए कोकीन, हेरोइन और मॉर्फिन ही नहीं, आजकल सांपों के जहर का इस्तेमाल भी बढ़ गया है। एंटी वेनम के तौर पर तो सांप के जहर का यूज आपने सुना होगा, लेकिन क्या आपने इससे होने वाले नशे के बारे में कभी सुना है? जी हां, इसके लिए उस सांप के जहर की हल्की डोज ली जाती है, जो दिमाग को सुन्न करने का काम करती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो सांप के जहर से बना नशा बाकी नशे से अलग होता है। इसे बनाते वक्त बेहद सावधानी बरती जाती है, और ये नशा शराब या ड्रग्स की तुलना में लंबे समय तक रहता है।

इंडियन जर्नल ऑफ फिजियोलॉजी एंड फार्माकोलॉजी की एक स्टडी को देखकर आप शरीर पर सांपों के जहर के प्रभाव को समझ सकते हैं। यहां हम 19 साल के एक लड़के पर की गई स्टडी का जिक्र कर रहे हैं, जो नशे की लत के चलते रोजाना 20 सिगरेट पीता था। यही नहीं, वह गांजा, कोकीन, और अफीम का सेवन भी करता था। ऐसे में जब उसे कुछ दोस्तों से सांप के जहर से होने वाले नशे के बारे में पता लगा, तो उसने गांजा लेने के बाद नशे की हालत में अपनी जीभ पर सांप से कटवाया। इसके बाद पांच मिनट के अंदर ही वह बेहोश हो गया, लेकिन जब कुछ घंटों बाद उसे होश आया तो भी वह नींद में था।

स्टडी में बताया गया है, कि लड़के के मुताबिक जब वह बेहोश था, तो उसे ऐसा फील हो रहा था, कि मानों जैसे वह हवा में उड़ रहा है। इससे होने वाले नशे का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं, कि सांप से डसवाने के 7 दिन बाद जाकर वह पूरी तरह नॉर्मल हो सका। हालांकि इसके बाद उसने कई बार खुद को सांप से कटवाया। वहीं, जब उसके मां-बाप को इस बात के बारे में पता लगा, तो वे उसे डॉक्टर के पास ले गए, जहां जांच में वह पूरी तरह से नॉर्मल पाया गया।

यह भी पढ़ें- बुरे फंसे यूट्यूबर एल्विश यादव, रेव पार्टी में इस्तेमाल हो रहा था कोबरा का जहर; FSL रिपोर्ट में सामने आई बात

सांप के जहर से होने वाले नशे में कितना जोखिम?

आमतौर पर सांप का जहर बॉडी को या तो पैरालाइज कर देता है या मौत की वजह बनता है, लेकिन नशे के लिए इसका इस्तेमाल करते समय अगर इसकी डोज में हल्की सी भी चूक होती है, तो सीधा मौत का जोखिम रहता है। इसे लेने के दो तरीके होते हैं, पहला सीधा सांप से कटवाकर और दूसरा इंजेक्शन के द्वारा। अगर कोई शख्स सीधा सांप से डसवाकर इस जहर को नशे के लिए ले रहा है, तो जहर की मात्रा का अनुमान लगाना मुस्किल होता है। इसमें पाई जाने वाली न्यूरोटॉक्सिसिटी, दिमाग को सुन्न करके इंसान को लंबे वक्त के लिए नशे की हालत में ले जाती है, लेकिन साथ ही इससे पैरालिसिस (Paralysis) या मौत होने का जोखिम भी रहता है।

कैसे होता है नशे के लिए सांप के जहर का यूज?

देश में पिछले कुछ दिनों में सांप के जहर से होने वाले नशे के मामले सामने आए हैं। इस जहर में न्यूरोटॉक्सिन्स होते हैं जो कुछ रिसेप्टर्स से जुड़कर नर्वस सिस्‍टम को प्रभावित करते हैं। चूंकि इनमें एनाल्जेसिक प्रभाव पाया जाता है, ऐसे में यह नशा करने वाले शख्स को खुशी महसूस करवाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस नशे को लेने के लिए हाथ की उंगलियां, पंजे और तलवे ही नहीं, बल्कि सीधा जीभ पर भी सांप से कटवाया जाता है। स्टडीज की मानें, तो इस नशे का बॉडी पर असर 3-4 हफ्तों तक रह सकता है।

सांप से कटवाने के बाद क्या दिखते हैं लक्षण?

सांप से काटवाने पर आमतौर पर शरीर में इसके लक्षण 3-4 हफ्तों तक बने रहते हैं। आंखों से धुंधला नजर आने लगता है और दिमाग एकदम सुन्न पड़ जाता है। इसी नशे के अहसास में धीरे-धीरे शरीर को इसकी आदत लग जाती है और नशे का असर खत्म होने पर शरीर इस ड्रग्स की दोबारा मांग करने लगता है। यही नहीं, इसे लेने पर लंबे समय के लिए इंसान अपना होश भी खो सकता है, सांस लेने में मुश्किल हो सकती है और हृदय गति भी रुक सकती है।

यह भी पढ़ें- ट्रैकिंग या हाइकिंग के बाद न हो जाए पैरों की हालत बुरी, इसके लिए पहले से कर लें ये तैयारी

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Instagram