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Monsoon Health Tips: बरसात में क्यों नहीं खानी चाहिए हरी पत्तेदार सब्जियां?

बरसात का मौसम गर्मी से राहत दिलाने के साथ ही हमें हमारी लाइफस्टाइल में भी बदलाव लाता है। इस मौसम में हमारी इम्युनिटी भी काफी कमजोर हो जाती है। ऐसे में कई बीमारियों और संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इस मौसम में लोग अपने खानपान का खास ख्याल रखते हैं। वहीं कई लोग इस सीजन में हरी पत्तेदार सब्जियों से दूरी बना लेते हैं।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaPublished: Sun, 09 Jul 2023 11:14 AM (IST)Updated: Sun, 09 Jul 2023 11:14 AM (IST)
बरसात में क्यों नहीं खानी चाहिए पत्ते वाली सब्जियां

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Monsoon Health Tips: मानसून का सीजन चिलचिलाती गर्मी से तो राहत दिलाता ही है, यह मौसम आपके स्वास्थ्य के लिए इतना अच्छा नहीं होता है। बरसात के मौसम को सर्दी, खांसी, फ्लू, फूड पॉइजनिंग आदि जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। बदलते मौसम के कारण, बरसात के मौसम में हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी कमजोर हो जाती है। इसकी वजह से हम संक्रमण के प्रति अतिसंवेदनशील हो जाते हैं।

ऐसे में बीमारियों से दूर रहने के लिए जरूरी है कि इस मौसम में जो भी खाते-पीते हैं, उसे लेकर सावधानी बरतें। इस दौरान बाहर के खाने से बचने और तैलीय भोजन को सीमित करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा आपने अक्सर सुना होगा कि इस मौसम में कई लोग हरी पत्तेदार सब्जियां नहीं खाने की सलाह देते हैं। पत्तेदार सब्जियां कई आवश्यक पोषक तत्वों का एक बेहतरीन स्रोत होती हैं। ऐसे में मानसून में इन्हें न खाने की सलाह क्यों दी जाती है। अगर आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा है, तो आज हम आपको बताएंगे इसके पीछे की वजह-

पत्तेदार सब्जियों में हो सकते हैं कीटाणु

पत्तेदार सब्जियां आमतौर पर दलदली क्षेत्रों में उगती हैं, जो विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस, फंगस, कीड़े और अन्य रोग पैदा करने वाले जीवों के बढ़ने के लिए अनुकूल होते हैं। अन्य मौसमों में सूरज की रोशनी मिट्टी को कीटाणुरहित करने में मदद करती है लेकिन मानसून के दौरान, सूरज की रोशनी की कमी के कारण पत्तियों के संक्रमित होने की संभावना ज्यादा होती है। चूंकि ये सूक्ष्म जीव खुली आंखों से दिखाई नहीं देते हैं, इसलिए आप इन्हें खाने या पकाने से पहले पत्तियों से अलग नहीं कर सकते है।

इन सब्जियों से करें परहेज

यही वजह है कि विशेषज्ञ बरसात के मौसम में खासतौर पर मेथी, पालक, ब्रोकोली, फूलगोभी और पत्तागोभी जैसी हरी सब्जियां खाने से बचने की सलाह देते हैं। इन सब्जियों के दूषित होने का खतरा ज्यादा होता है, क्योंकि इसकी पत्तियाँ आपस में जुड़ी होती हैं। इसके अलावा, नमी, पानी वाले मैदान और कीचड़ के लगातार संपर्क में रहने से उनमें रोगाणु फैलने की संभावना बढ़ सकती है।

हरी सब्जियां खाने से पहले बरतें सावधानियां

हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि हमें मानसून के मौसम में पत्तेदार सब्जियों से पूरी तरह परहेज नहीं करना है। बात बस इस बात का ध्यान रखना है कि इन्हें पकाते और खाते समय थोड़ी अधिक सावधान बरती जाए। अगर आप भी बरसात में अपनी डाइट में पत्तेदार हरी सब्जियां शामिल करना चाहते हैं, तो नीचे दी गई इन बातों का ध्यान रख सकते हैं।

  • सब्जियों को गर्म पानी में थोड़ा सा सेंधा नमक या सिरका डालकर धोएं। इससे उन पर बसे बैक्टीरिया और कीड़ों को साफ करने में मदद मिलेगी।
  • खाना पकाने से पहले सब्जियों में कीड़े ढ़ूंढ़ने के लिए सावधानीपूर्वक जांच लें।
  • कोई भी व्यंजन बनाने से पहले सब्जियों को उबालना पेट के संक्रमण से बचने का एक और तरीका है।
  • इस मौसम के दौरान रेस्तरां और ढाबों में हरी पत्तेदार सब्जियां खाने से बचें।

अगर आप मानसून में पत्तेदार सब्जियों से पूरी तरह से परहेज कर रहे हैं, तो इसकी जगह अन्य मौसमी सब्जियां जैसे टिंडा, लौकी, करेला, कद्दू और शकरकंद को डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये सब्जियां पेट के लिए हल्की और आसानी से पचाने होती हैं।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik


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