Menstrual Leave: महिलाओं के लिए क्यों जरूरी है पीरियड लीव? एक्सपर्ट से जानें इसकी आवश्यकता
Menstrual Leave महिलाएं हर महीने पीरियड्स की दर्दनाक प्रक्रिया से गुजरती है। इस दौरान उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में लंबे समय से भारत में मेंस्ट्रुअल लीव की मांग की जा रही है। एक्सपर्ट से जानते हैं इसकी जरूरत-
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Sat, 13 May 2023 07:00 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Menstrual Leave: मेंस्ट्रुअल यानी पीरियड्स महिलाओं में होने वाली एक प्राकृतिक और जरूरी प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया महिलाओं के जीवन में बेहद अहम होती है, जिससे एक महिला हर महीने गुजरती है हालांकि यह अपने साथ कई सारी समस्याएं और चुनौतियों को भी लेकर आती है यही वजह है कि इन मुश्किल दिनों में आराम और सुविधा के लिए लगातार देश में पीरियड लीव की मांग की जा रही है। हालांकि, अभी तक भारत में पीरियड लीफ को लेकर किसी भी तरह का कोई कानून नहीं बना है।
इसे लेकर अभी भी विचार-विमर्श का दौर जारी है। ऐसे में महिलाओं के लिए पीरियड लीव की आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने क्लाउड नाइन हॉस्पिटल, गुड़गांव की सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर रितु सेठी से बातचीत की और यह जानने की कोशिश की कि आखिर महिलाओं के लिए पीरियड लीव जरूरी क्यों है और इसकी आवश्यकता क्यों है।इस बारे में बात करते हुए डॉ.रितु बताती हैं कि पीरियड लीव, जिसे मेंस्ट्रुअल लीव के नाम से भी जाना जाता है, महिलाओं के लिए बेहद जरूरी है। इसके तहत महिलाएं अपनी मेंस्ट्रूअल साइकिल के दौरान काम से छुट्टी ले सकती हैं। यह छुट्टी न सिर्फ महिलाओं के अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि कार्यस्थल और समाज में लिंग आधारित समानता बढ़ावा के लिए भी बेहद जरूरी है। इसकी महत्वता समझाने के लिए उन्होंने 6 प्वाइंट्स बताए।
महिलाओं के लिए क्यों जरूरी मेंस्ट्रुअल लीव
पीरियड लीव महिलाओं के मासिक धर्म चक्र के दौरान उनकी स्वास्थ्य आवश्यकताओं को स्वीकार और मान्य करता है। मासिक धर्म की वजह से दर्द, थकान, मूड स्विंग्स और अन्य शारीरिक और भावनात्मक दिक्कतें काम पर बेहतर प्रदर्शन करने की महिला की क्षमता पर असर डाल सकते हैं। ऐसे में मेंस्ट्रुअल लीव उन्हें अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और इस दौरान आराम करने की छूट देता है, जिससे उनके काम करने की क्षमता में वृद्धि होती है।
मासिक धर्म से जुड़े मिथक होंगे दूर
डॉ.रितु का ऐसा मानना है कि महिलाओं को मेंस्ट्रुअल लीव लेकर कंपनियां मासिक धर्म से जुड़े मिथकों को तोड़ने में योगदान कर सकते हैं। पीरियड्स लीव और इस दौरान होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बात करने से, मेंस्ट्रुअल के बारे में बातचीत नॉर्मलाइज करने मदद मिलेगी। ऐसे में लोगों की सोच में आने वाले इस परिवर्तन से महिलाओं के लिए कार्यस्थल में एक दयालु,सहानुभूति और समर्थन पूर्ण वातावरण मिलता है।करियर से नहीं करना पड़ेगा समझौता
पीरियड्स लीव कार्यस्थल में लैंगिक समानता को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐतिहासिक रूप से, महिलाओं को पीरियड्स से जुड़े मुद्दों की वजह से चुनौतियों और भेदभाव का सामना करना पड़ा है। ऐसे में पीरियड लीव महिलाओं को इस नेचुरल बायो-लॉजिकल प्रोसेस की वजह से अपने करियर से समझौता न करने की सुविधा देगी।