Women’s Day 2024: भारतीय महिलाओं में आम होती हैं ये 5 बीमारियां, भूलकर भी न करें इनकी अनदेखी
आज यानी 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (Womens Day 2024) मनाया जा रहा है। इस खास मौके पर जहां जश्न का माहौल होता है तो वहीं महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर खुलकर बात भी की जाती है। ऐसे में आज इस खास मौके पर हम आपके बता रहे हैं भारतीय महिलाओं के प्रभावित करने वाली कुछ कॉमन लेकिन गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में-
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Women’s Day 2024: आज का दिन दुनियाभर में महिला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। यह दिन एक तरफ जहां नारीत्व का जश्न मनाने का मौका देता है, तो वहीं यह महिलाओं से जुड़े गंभीर मुद्दों को उजागर करने का भी दिन है। स्वास्थ्य हमेशा से ही महिलाओं से जुड़ा एक अहम मुद्दा रहा है। अक्सर घर और ऑफिस के काम और जिम्मेदारियों के बीच महिलाएं अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं, जिसकी वजह से कई स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हो जाती हैं।
ऐसे में महिला दिवस के खास मौके पर आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में, जो भारतीय महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। इन समस्याओं के बारे में जानकर आप समय रहते इसकी पहचान कर इसे रोक सकती हैं। आइए जानते हैं भारत में महिलाओं को होने वाली आम स्वास्थ्य समस्याएं-यह भी पढ़ें- क्या आप भी अक्सर कर देती हैं सेहत को नजरअंदाज, तो एक्सपर्ट के बताएं तरीकों से रहें हेल्दी
ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर दुनियाभर में महिलाओं को प्रभावित करने वाली एक गंभीर बीमारी है, जो कई बार जानलेवा तक साबित हो सकती है। भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। ऐसे में इसे लेकर सही जानकारी और समय पर इसकी पहचान इस गंभीर बीमारी से बचने में काफी मददगार साबित हो सकता है।
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस)
पीसीओएस महिलाओं होने वाली एक आम समस्या है, जिससे भारत में कई महिलाएं प्रभावित हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जो रिप्रोडक्टिव हेल्थ और हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित करती है। ऐसे में संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस मैनेजमेंट जैसी आदतों को अपनाकर इस समस्या को बच सकते हैं।थायराइड
थायराइड डिसऑर्डर, खासतौर पर हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म, भारत की महिलाओं में सबसे आम हैं। थायराइड हार्मोन में असंतुलन से थकान से लेकर वजन में उतार-चढ़ाव तक कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में इस समस्या से बचाव के लिए नियमित थायरॉयड टेस्ट जरूरी है। इसके अलावा सही खानपान और हेल्दी लाइफस्टाइल भी अहम भूमिका निभाती है।