World Aids Day 2022: HIV से मौत के ख़तरे को कम कर सकती हैं ये 7 डाइट टिप्स
World Aids Day 2022 हर साल दिसंबर की पहली तारीख को दुनियाभर में विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों को इस जानलेवा बीमारी के बारे में जागरुक किया जा सके। एचआईवी की दवाइयां उपलब्ध हैं जिसकी मदद से रोगी हेल्दी और लंबी ज़िंदगी जी सकते हैं।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Thu, 01 Dec 2022 11:03 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World AIDS Day 2022: एचआईवी यानी ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस, एक तरह का क्रॉनिक रेट्रोवायरस है, जिससे एड्स यानी एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम होता है। एड्स एचआईवी के आखिरी स्टेज होती है। एचआईवी, शरीर के इम्यून सिस्टम पर अटैक करता है और सफेद रक्त कोशिकाओं को नष्ट कर देता है, जो शरीर में संक्रमण से लड़ने का काम करती हैं।
एचआईवी को लेकर सालों से रिसर्च हुई हैं और इसका इलाज भी बेहतर हुआ है। एचआईवी से पीड़ित लोग अब हेल्दी और लंबी उम्र जी सकते हैं, अगर वे सही समय पर और सही दवाओं का सेवन करते हैं। इसमें एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी (ART) दवाइयां भी शामिल हैं। ART के साथ एचआईवी को नैचुरल तरीकों से भी मैनेज किया जा सकता है, जिसमें डाइट और सप्लीमेंट्स शामिल हैं।
आइए जानें कि एचआईवी पॉज़ीटिव मरीज़ की डाइट कैसी होनी चाहिए
1. डाइट में फल और सब्ज़ियों की अच्छी मात्रा लें
ताज़ा फल और सब्ज़ियां पोषक तत्वों का उच्च स्त्रोत होती हैं। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को सुरक्षित रखते हैं। कोशिश करें कि मौसमी और ताज़ा सब्जियों के साथ फलों को रोज़ अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। हर रोज़ अलग सब्ज़ी और फल खाएं ताकि आपको सभी विटामिन्स और खनिज पदार्थ मिल सकें।
2. लीन प्रोटीन का सेवन करें
शरीर के लिए लीन प्रोटीन ज़रूरी होता है, हमारा शरीर इसका उपयो मांसपेशियों और इम्यून सिस्टम को मज़बूत बनाने के लिए करता है। इसलिए डाइट में लीन चिकन, पोल्ट्री, मछली, अंडे, बीन्स और नट्स ज़रूर खाएं। आपको ज़्यादा प्रोटीन खाने की ज़रूरत पड़ेगी, अगर आपका वज़न काफी कम है, जैसा कि एचआईवी की दूसरी या तीसरी स्टेज पर होता है।3. साबुत अनाज चुनें
जैसे पेट्रोल गाड़ी को चलाने का काम करता है, ठीक वैसे ही कार्ब्स हमारे शरीर को एनर्जी देते हैं। इसलिए डाइट में ब्राउन राइस, साबुत गेहूं की ब्रेड जैसी चीज़ों को खाएं। यह विटामिन-बी और फाइबर जैसे एनर्जी बूस्टिंग तत्वों से भरे होते हैं। जब आप फाइबर की अच्छा मात्रा का सेवन करते हैं, तो इससे आपके शरीर में फैट्स का जमाव कम होता है, जिसे लिपोडिस्ट्रॉफी कहा जाता है, जो एचआईवी का एक संभावित साइड-इफेक्ट है।