महिलाओं में ज्यादा आम है Arthritis की समस्या, लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर सकते है बचाव
Arthritis किसी को भी अपना शिकार बना सकता है। यह जोड़ों से जुड़ी एक समस्या है जिसकी वजह से अक्सर जोडों और हड्डियों में दर्द होता है। यह समस्या आमतौर पर महिलाओं (Arthritis in women)) ज्यादा अपना शिकार बना कर सकती है। ऐसे में कुछ शुरुआती लक्षणों की वजह से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। जानते हैं इसके लक्षण और बचाव के तरीके।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। अर्थराइटिस (Arthritis) एक आम समस्या है, जो इन दिनों कई लोगों के लिए परेशानी की वजह बनी हुई है। इसे आम तौर पर गठिया के नाम से जाना जाता है, जो अक्सर बढ़ती उम्र में लोगों को अपना शिकार बनती है। हालांकि, यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को अपनी चपेट में ले सकती है। खासकर महिलाओं में यह बीमारी ज्यादा आम होती है। घर-परिवार की जिम्मेदारी और कामकाज के बोझ के तले अक्सर महिलाएं अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देती है, जिसकी वजह से वह समय रहते गठिया जैसी बीमारी की पहचान नहीं कर पाती और बाद में यह उनके लिए परेशानी की वजह बन जाती है।
इस बीमारी के बढ़ते मामलों और लोगों में इसके प्रति जागरूकता की कमी को देखते हुए हर साल 12 अक्टूबर को World Arthritis Day मनाया जाता है। इस मौके पर आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे महिलाओं में गठिया के शुरुआती लक्षण और इससे बचने के लिए कुछ ऐसे बदलावों के बारे में, जिन्हें लाइफस्टाइल में शामिल कर आप भी अपनी सुरक्षा कर सकती हैं।
यह भी पढ़ें- Arthritis के दर्द ने कर दिया है उठना-बैठना मुश्किल, तो आज से ही शुरू करें ये 6 योगासन, जल्द ही दिखेगा फायदा
महिलाओं में क्यों आम है गठिया?
दरअसल, महिलाओं (Arthritis in women) के जोड़ ज्यादा लचीले होते हैं, जिसकी वजह से उनमें टूट-फूट का खतरा ज्यादा रहता है, जिस कारण ओस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा हार्मोंस में बदलाव भी इसमें एक अहम भूमिका निभाते हैं। खासकर मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन में गिरावट देखने को मिलती है, जो जोड़ों पर सुरक्षात्मक प्रभाव डालता है। ऐसे में शरीर में एस्ट्रोजन की कमी होने पर सूजन और जोड़ों का दर्द हो सकता है।
महिलाओं में गठिया के शुरुआती लक्षण
गठिया होने पर इसके पर शुरुआती लक्षण (Arthritis symptoms) नजर आते हैं, जिनकी पहचान कर समय रहते से कंट्रोल किया जा सकता है। महिलाओं में गठिया के शुरुआती लक्षण निम्न हैं, जो अक्सर सुबह के समय बदतर हो जाना -
- जोड़ों में दर्द
- कठोरता
- सुजन
- थकान
- गति में कमी आदि।
इन तरीकों से करें अपना बचाव
- गठिया के खतरे को कम करने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय रहना जरूरी है। इसके लिए आप वॉकिंग, स्विमिंग या योग जैसी आसान एक्सरसाइज कर सकते हैं।
- इसके अलावा स्वस्थ वजन बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि मोटापे की वजह से अर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादा वजन जोड़ो, विशेष कर घुटनों, कूल्हों और पीठ के निचले हिस्से पर तनाव की वजह बन सकता है।
- लंबे समय तक बैठने की आदत भी आपके लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि लगातार लंबे समय तक बैठे न रहें और बीच-बीच में ब्रेक लेते रहें।
- दर्द वाली जगह पर ठंडा या गरम सेंक करने से भी आराम मिल सकता है। इसके अलावा सपोर्टेड फुटवियर और क्रेन्स या जॉइंट ब्रेसस जैसे डिवाइस भी आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं।