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World Asthma Day 2023: जानें क्या है एलर्जिक अस्थमा, इसका इलाज और कैसे कर सकते हैं इससे बचाव

World Asthma Day 2023 वर्ल्ड अस्थमा डे जो आज यानी 2 मई को सेलिब्रेट किया जा रहा है। इस दिन लोगों को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक किया जाता है। तो आज के इस लेख में हम एलर्जिक अस्थमा और इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानेंगे।

By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Tue, 02 May 2023 08:04 AM (IST)
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World Asthma Day 2023: क्या है एलर्जिक अस्थमा, इसका इलाज व बचाव
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Asthma Day 2023: अस्थमा की समस्या में लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है। इस परेशानी में कुछ लोगों को एलर्जी बढ़ने पर अस्थमा के अटैक बार-बार आने लगते हैं। कई लोगों मे ये परेशानी बचपन से ही होती है जबकि कुछ लोगों को ये समस्या समय के साथ बाद में शुरू होती है। हालांकि इसके इलाज से आप अस्थमा को ठीक कर सकते हैं।

एलर्जिक अस्थमा के कारण

एलर्जिक अस्थमा के कई कारण हो सकते हैं। इसका मेन रीजन आनुवांशिक हो सकता है। किसी व्यक्ति के माता-पिता को या उनके दादा-दादी व घर के किसी बुजुर्ग को पहले कभी अस्थमा की समस्या हुई है तो ऐसे में आपको भी ये अस्थमा होने की पूरी-पूरी संभावना रहती है। वैसे एलर्जिक अस्थमा प्रदूषण की वजह से भी होता है। अगर आपके घर में सीलन, आसपास धूल का वातावरण व गंदगी रहती है, तो अस्थमा होने का खतरा बढ़ जाता है।

एलर्जिक अस्थमा का इलाज कैसे होता है?

एलर्जिक अस्थमा होने पर डॉक्टर सबसे पहले व्यक्ति के एलर्जी के मुख्य कारकों को दूर करने की सलाह देते हैं। इसके बाद ही इलाज शुरू होता है।

दवाओं से करें इलाज

इस अस्थमा में डॉक्टर पेशेंट को इनहेल्ड कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स लेने की सलाह दे सकते हैं। जो लंबे समय तक अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में प्रभावी होता है क्योंकि इससे श्वसन तंत्र के सूजन की समस्या कम होती है। लेकिन अस्थमा में हर मरीज की स्थिति अलग-अलग होती है। ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह लोगों द्वारा सुझाई गई दवाएं खुद से लेना न शुरू कर दें। 

ल्यूकोट्रियन दवाएं

डॉक्टर कुछ लोगों को ल्यूकोट्रिएन के संश्लेषण को रोकने में कारगर दवाएं दे सकते हैं। ये दवाएं ब्लॉक एयर पैसेज को खोलने में मददगार होती हैं लेकिन इसे भी डॉक्टर से सलाह के बाद ही लें।

एलर्जेन इम्यूनोथेरेपी

इसका मकसद रोगी को एलर्जी पैदा करने वाला तत्व से लड़ने के लिए स्ट्रॉन्ग बनाना होता है। इससे इम्यूनिटी बढ़ती है जिससे एलर्जेन से लड़ने की क्षमता विकसित होती है।

लाइफस्टाइल में करें बदलाव

लाइफस्टाइल में बदलाव करने से अस्थमा के रोग को कम किया जा सकता है। रोजाना दवाएं और एक्सरसाइज से लंग्स हेल्दी और स्ट्रॉन्ग होते हैं। साथ ही जितना हो सके एलर्जी वाले कारणों से दूर रहें।

Pic credit- freepik