Breastfeeding Diet: ब्रेस्टफीडिंग के दौरान भूलकर भी न खाएं ये फूड आइटम्स, बच्चे पर हो सकता है बुरा असर
Breastfeeding Diet स्तनपान के दौरान आप जो भोजन खाती हैं वह आपके और आपके बच्चे दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। मां का दूध बच्चे के लिए काफी गुणकारी होता है। यह बच्चे को कई तरह की समस्याओं से बचाता है। ऐसे में इस दौरान अपनी डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अगर आप भी ब्रेस्टफीड करा रही हैं तो आज भी इन फूड्स को डाइट से बाहर कर दें
By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Fri, 04 Aug 2023 08:16 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Breastfeeding Diet: हर बच्चे के लिए मां का दूध काफी फायदेमंद होता है। यह न सिर्फ बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए जरूरी है, बल्कि उन्हें कई तरह की बीमारियों से भी बचाता है। हर मां को यह ध्यान रखना चाहिए कि अगर आप स्तनपान करा रही हैं, तो आप अपने बच्चे को पोषक तत्व दे रही हैं, जो बच्चे के विकास और स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा।
हालांकि, आपके मन में यह सवाल हो सकता है कि इस दौरान आपको कौन से फूड आइटम्स और ड्रिंक्स डाइट में शामिल करने चाहिए और कौन से नहीं। स्तनपान कराते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि आप क्या खा रही हैं, क्योंकि कुछ फूड आइटम्स बच्चे के स्वास्थ्य और स्तन के दूध की गुणवत्ता दोनों को प्रभावित कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं, कुछ ऐसे फूड आइटम्स के बारे में, जिन्हें ब्रेस्टफीडिंग के दौरान आपको डाइट से बाहर कर देना चाहिए।
कच्ची सब्जियां
अगर आप ब्रेस्टफीड करा रही हैं, तो पत्तागोभी, फूलगोभी और ब्रोकली जैसी कच्ची सब्जियां खाने से परहेज करें। इन्हें खाने से मां की आंत में गैस हो सकती है और फूड पोइजनिंग होने की संभावना भी बढ़ जाती है।कैफीन
कॉफी कैफीन का एक आम स्रोत है और शिशुओं को कैफीन से छुटकारा पाने में कठिनाई होती है। परिणामस्वरूप, समय के साथ बड़ी मात्रा में कैफीन आपके बच्चे के सिस्टम में जमा हो सकता है, जिससे चिड़चिड़ापन और सोने में परेशानी हो सकती है। इसलिए स्तनपान के दौरान इसका कम से कम सेवन करें।
हाई मरक्यूरी फिश
बिगआई ट्यूना, किंग मैकेरल और मार्लिन मछली में मरक्यूरी की मात्रा अधिक होती है, एक एक जहरीला धातु साबित हो सकता है। विशेष रूप से शिशुओं और बच्चों के लिए यह ज्यादा हानिकारक हो सकता है, क्योंकि वह इसके प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।मरक्यूरी का हाई लेवल आपके शिशु के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को स्थायी रूप से प्रभावित कर सकता है।