World Health Day 2024: भारत में सेहत से जुड़ी 3 सबसे बड़ी और गंभीर समस्याएं
आज यानी 7 अप्रैल को दुनियाभर में वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जा रहा है। इसे मनाने का मकसद लोगों को सेहत के प्रति जागरूक करना है। जिसके लिए तरह- तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं लेकिन अगर आपको लगता है कि मोटापा डायबिटीज दिल से जुड़ी बीमारियां ही सबसे बड़ी समस्याएं हैं तो आपको बता दें कि इस लिस्ट में कुछ और भी बीमारियां शामिल हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Health Day 2024: आज यानी 7 अप्रैल का दिन दुनियाभर में वर्ल्ड हेल्थ डे के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन को विश्व स्तर पर मनाने का उद्देश्य लोगों को अपनी सेहत के प्रति जागरूक करना है। सेहत को सबसे बड़ा धन माना जाता है। अगर आपकी सेहत चुस्त-दुरुस्त है, तो आप सबसे धनी हैं। कार्यक्रमों, प्रतियोगिताओं, भाषणों के जरिए लोगों को हेल्दी जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस साल विश्व स्वास्थ्य दिवस को ‘मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार’ थीम के साथ मनाया जा रहा है।
भारत में अब मोटापा, डायबिटीज और हार्ट से जुड़ी बीमारियां बड़ों में ही नहीं, बच्चों में भी देखने को मिल रही हैं और ये एक चिंता का विषय है। अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल इन बीमारियों के बढ़ने की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है, लेकिन इस लिस्ट में कुछ और भी गंभीर समस्याएं शामिल हैं, जिसके बारे में आज वर्ल्ड हेल्थ डे के मौके जानेंगे।
नॉन कम्युनिकेबल डिजीज यानी गैर-संचारी रोग (NCDs)
नॉन कम्युनिकेबल डिजीज में हार्ट से जुड़ी बीमारियां, डायबिटीज, कैंसर, सांस संबंधी बीमारियां शामिल हैं। जिसके चलते यहां मृत्यु के मामलों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इन बीमारियों के लिए काफी हद तक खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइस को जिम्मेदार माना जा रहा है। इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटी की कमी, स्मोकिंग, शराब का बहुत ज्यादा सेवन, नींद की कमी और बहुत ज्यादा स्ट्रेस है।कुपोषण
कुपोषण की समस्या भारत में नई नहीं है, ये काफी पहले से चली आ रही है, लेकिन गौर करने वाली बात ये है कि भारत कई सारी चीज़ों में तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन कुपोषण की समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है। गांव और पिछड़ें इलाकों में तो ये और ज्यादा देखने को मिलता है। अल्पपोषण (Undernutrition) और अतिपोषण (Overnutrition) दोनों ही तरह के कुपोषण खतरनाक हैं और सेहत पर सीधा-सीधा असर डालते हैं।
कम्युनिकेबल डिजीज यानी संचारी रोग
भारत में कम्युनिकेबल डिजीज यानी संचारी रोगों के मामले भी पिछले कुछ सालों में कमी देखने को मिली हैं, लेकिन मलेरिया, टायफॉयड, टीबी और डेंगू जैसी बीमारियों को लेकर लोगों में अभी भी जानकारी और जागरूकती की कमी है। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।ये भी पढ़ेंः- World Health Day 2024: सुपरफूड्स जिन्हें डाइट में शामिल कर शरीर के इन अंगों को रख सकते हैं हेल्दीPic credit- freepik