World Health Day 2024: मां और बच्चा दोनों रहेंगे स्वस्थ, जब प्रेग्नेंसी में रखेंगी इन बातों का ध्यान
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को हेल्थ पर बहुत ज्यादा फोकस करने की सलाह दी जाती है लेकिन गर्मियों में और ज्यादा जरूरी हो जाता है क्योंकि इस मौसम में डिहाइड्रेशन लू लगना दस्त गैस और एसिडिटी जैसी कई समस्याएं परेशान कर सकती हैं। 7 अप्रैल को मनाए जा रहे वर्ल्ड हेल्थ डे (World Health Day 2024) के मौके पर जानेंगे गर्मी में प्रेग्नेंसी के दौरान क्या सावधानी बरतनी है जरूरी।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। World Health Day 2024: भारत में गर्मियों का मौसम सबसे ज्यादा लंबे समय तक चलता है और अप्रैल से जून तक को भयंकर गर्मी पड़ती है। हल्की सी भी लापरवाही आपको बना सकती है कई सारी समस्याओं का शिकार। गर्मियों का मौसम बच्चों व बुजुर्गों के लिए ही खतरनाक नहीं होता, बल्कि इस मौसम में गर्भवती महिलाओं को भी खास सावधानियां रखने की जरूरत होती है। हर साल 7 अप्रैल को मनाए जाने वाले वर्ल्ड हेल्थ डे का मकसद लोगों को सेहत के प्रति जागरूकता करना है, तो प्रेग्नेंसी के दौरान कैसे रहें सेहतमंद, जानेंगे आज।
हेल्दी डाइट
सबसे जरूरी है हेल्दी डाइट। बता दें, इस मौसम में अक्सर कुछ खाने का मन नहीं करता है, लेकिन आपको बता दें कि बच्चे की सेहत के लिए जरूरी है कि आप एक बैलेंस डाइट जरूर लें, जिसमें सभी तरह के पोषक तत्व मौजूद हों। इसके अलावा कोशिश करें, कि इन दिनों हल्का ही खाएं, यानी ज्यादा तला-भुना या मसालेदार खाने से भी आपकी परेशानी बढ़ सकती है। पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, मेवे और बीज आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।धूप में जाने से बचें
जब तक बहुत जरूरी न हो, तब तक गर्मियों में धूप में बाहर जाना अवॉइड ही करें। बता दें, कि इससे न सिर्फ आपको त्वचा से जुड़ी परेशानी होती है, बल्कि ब्लड प्रेशर में भी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में धूप में बाहर निकलते समय सनग्लासेस और समर हैट पहनने के साथ फिजिकल सनस्क्रीन लगाना भी न भूलें।यह भी पढ़ें- आखिर क्यों महिलाओं में देखी जाती है Anemia की समस्या, एक्सपर्ट ने बताई ये वजहें
आरामदायक कपड़े पहने
प्रेग्नेंसी में शरीर का तापमान नेचुरली ज्यादा हो जाता है, ऐसे में हमेशा आरामदायक और सूती कपड़े ही पहनें। ज्यादा टाइट और हार्ड फैब्रिक के कपड़े आपको कंफर्टेबल फील नहीं करवाते हैं, जिससे चिड़चिड़ापन तो बढ़ता ही है, साथ ही त्वचा पर पसीना न सूखने के कारण बैक्टीरिया भी ज्यादा पैदा हो सकते हैं, जो कि आपकी सेहत के लिए सही नहीं है।