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World Heart Day 2023: दिल की बीमारियों की वजह बनता है स्ट्रेस, जानें इसे मैनेज करने के आसान तरीके

World Heart heart 2023 सेहतमंद रहने के लिए दिल की सेहत का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। इन दिनों लोग कई वजहों से लगातार दिल की समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हेल्दी हार्ट के लिए सही कदम उठाए जाए। स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधियों के साथ ही दिल को हेल्दी बनाने के लिए अच्छी मेंटल हेल्थ भी जरूरी है।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Thu, 28 Sep 2023 03:23 PM (IST)
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आपके दिल को बीमार बनाता है स्ट्रेस
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Heart heart 2023: भागदौड़ भरी जिंदगी और तेजी से बदलती लाइफस्टाइल का असर सेहत पर भी दिखने लगा है। इन दिनों लोगों पर काम का बोझ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में काम के बढ़ते बोझ और जीवनशैली में हो रहे तेजी से बदलाव की वजह से लोग अक्सर कई मेंटल हेल्थ समस्याओं का शिकार होते जा रहे हैं। इन दिनों स्ट्रेस, डिप्रेशन और एंग्जायटी के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। स्वस्थ रहने के लिए हमारा शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होना जरूरी है। हालांकि, काम और अन्य समस्याओं की वजह से लोग अक्सर स्ट्रेस का शिकार होने लगते हैं, जिसका असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी दिखाई देता है।

इसके अलावा स्ट्रेस हमारे दिल की सेहत के लिए भी काफी नुकसानदेय होता है। दिल हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। ऐसे में दिल से जुड़ी बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है। स्ट्रेस हार्ट डिजीज का एक अहम कारक है। ऐसे में तनाव से दिल को होने वाले नुकसानों के बारे में जानने के लिए हमने मनस्थली की फाउंडर डॉयरेक्टर और सीनियर साइकेट्रिस्ट डॉ ज्योति कपूर से बात की।

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दिल पर कैसे प्रभाव डालता है स्ट्रेस?

स्ट्रेस के प्रभाव के बारे में डॉक्टर ज्योति बताती हैं कि तनाव ह्रदय से संबंधित बीमारियों का एक सबसे बड़ा कारण है। लोग इस बात से अनजान रहते है कि ज्यादा स्ट्रेस उनके दिल की सेहत के लिए नुकसानदायक होता है। स्ट्रेस की वजह से हेल्दी हार्ट भी बीमारी की चपेट में आ जाता है। स्ट्रेस सिर्फ एक भावनात्मक बोझ नहीं है, बल्कि यह दिल की बीमारियों के लिए एक रिस्क फैक्टर भी है। डॉक्टर आगे कहती हैं कि जब हम रोजमर्रा के जीवन में बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेने लगते है, तो हमारे सोचने की क्षमता समय के साथ बदलती जाती है। इस बदलाव का प्रभाव नकारात्मक रूप से हमारे दिल पर पड़ता है।

कई समस्याओं की वजह बनता है स्ट्रेस

आसान भाषा में कहें तो जिस तरह से लगातार तूफान चलने से तबाही होती है, ठीक उसी तरह से लगातार स्ट्रेस लेने से दिल भी लगातार बीमार होता जाता है। इस वजह से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, सूजन हो जाती है और अनहेल्दी लाइफस्टाइल में वृद्धि हो जाती है। ऐसे में दिल को सुरक्षित रखने के लिए स्ट्रेस मैनेजमेंट करना बेहद जरूरी है। साथ ही शारीरिक सेहत के साथ ही मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना भी जरूरी है। स्ट्रेस मैनेज करने के लिए जरूरी है कि इसकी वजह का पता लगाया जाए। आप इन टिप्स की मदद से स्ट्रेस मैनेज कर सकते हैं-

  • सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के मुताबिक स्ट्रेस मैनेज करने के लिए स्वस्थ भोजन करें।
  • इसके अलावा व्यायाम करें, भरपूर नींद लें और अगर आप तनावग्रस्त महसूस कर रहे हैं तो खुद को आराम दें।
  • कार्यों की प्राथमिकता सूची बनाएं, ताकि सही तरीके काम पूरा हो सके और आपको दबाव महसूस न हो।
  • किसी योग विशेषज्ञ की मदद से कुछ ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
  • दूसरों की हर बात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने की आदत से बचें।
  • ज्याद परफेक्शन की आदत से बचें, क्योंकि इससे भी बहुत स्ट्रेस होता है।
  • किसी एक ही घटना के बारे में बार-बार सोचने से बचें।
  • अपनी कमियों पर दुखी होने की बजाय उसे निखारने की कोशिश करें।
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Picture Courtesy: Freepik