World Hemophilia Day: हीमोफिलिया के हैं मरीज? तो अपनी डाइट में इन चीज़ों को करें खासतौर से शामिल
World Hemophilia Day हीमोफिलिया एक गंभीर स्थिति है जिसकी वजह से व्यक्ति की जान भी जा सकती है क्योंकि इस स्थिति में खून का बहना नहीं रूकता। तो जरूरी एतिहात बरतने के साथ ही आपको खानपान पर भी देना होगा ध्यान।
By Priyanka SinghEdited By: Priyanka SinghUpdated: Mon, 17 Apr 2023 07:56 AM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Hemophilia Day: हर साल 17 अप्रैल का दिन दुनियाभर में 'वर्ल्ड हीमोफिलिया डे' के रूप में मनाया जाता है। जिसका मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में बताना और इस क्षेत्र में काम कर रहे लोगों को बढ़ावा देना है। हर साल इस दिन को एक थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल वर्ल्ड हीमोफिलिया डे की थीम है "एक्सेस फॉर ऑल: प्रीवेंशन ऑफ ब्लीड्स एज द ग्लोबल स्टैंडर्ड ऑफ केयर" रखी गई है।
क्या है हीमोफिलिया?
हीमोफीलिया ब्लड से जुड़ी एक बीमारी है। सामान्य अवस्था में ब्लड में मौजूद एक खास तरह का प्रोटीन कटने या चोट लगने पर तुरंत एक्टिव हो जाता है। जिससे खून में थक्के जमने की प्रक्रिया शुरू हो जाती है और खून निकलना थोड़ी ही देर में रूक जाता है।। जब किसी जेनेटिक कारण से व्यक्ति के शरीर में इस तत्व की कमी हो जाती है तो उसी अवस्था को हीमोफीलिया कहा जाता है और ऐसे में खून का बहाव रोकना बहुत मुश्किल हो जाता है।
कितने प्रकार का होता है हीमोफिलिया?
हीमोफिलिया ए और बी, गंभीर आनुवांशिक रक्तस्रावी रोग (हेमेरेजिक डिसऑर्डर) के सबसे आम प्रकार हैं। ये दोनों फैक्टर VIII और फैक्टर IX प्रोटीन की कमी के कारण होते हैं। इसके मरीजों को लंबे समय तक रक्तस्राव झेलना पड़ता है। भले ही घाव हो या नहीं। यह सब फैक्टर गतिविधि के आधार पर तय होता है। इस बीमारी में सबसे ज्यादा फोकस रक्तस्राव से बचना और उसका उपचार करना होना चाहिए।हीमोफीलिया के मरीजों के लिए जरूरी है कि उनमें बह चुके ब्लड की पूर्ति की जाए और अच्छे खानपान के माध्यम से उनके शरीर में खून की औसत मात्रा बनाई रखी जाए।खानपान से जरूरी पोषक तत्व जैसे - प्रोटीन, कॉपर, आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन के, बी-12, बी-6 और विटामिन सी मिलते हैं। ये सभी लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल/आरबीसी) के उत्पादन के लिए जरूरी हैं। सही खानपान से शरीर में ब्लड की मात्रा बढ़ती है।
हीमोफिलिया के मरीजों के लिए डाइट
आयरन से भरपूर भोजन हीमोफिलिया के मरीजों के लिए लाभदायक है। आयरन लाल रक्त कोशिकाओं और इसके प्रोटीन - हीमोग्लोबिन के उत्पादन में सहायता करता है। आयरन से भरपूर खाद्य-संसाधनों में एनिमल प्रोटीन जैसे - बिना चर्बी का लाल मांस, लीवर (यह क्लॉटिंग फैक्टर का भी अच्छा स्रोत है), सी-फूड, पोल्ट्री प्रोडक्ट्स और हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे - गोभी, पालक, हरी फूलगोभी के अलावा किशमिश, अनाज, मटर और सूखी फलियां आदि शामिल होते हैं।