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IVF ट्रीटमेंट के लिए खतरनाक हैं ये फूड्स, आज ही करें इन्हें डाइट से बाहर

IVF उन लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है जो प्राकृतिक रूप से कंसीव नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि इससे पहले कई बातों का ख्याल रखना चाहिए जिसमें डाइट भी शामिल है। खान-पान में कुछ चीजों का परहेज करके (Foods to avoid during IVF) इसके सफल होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। आइए जानें कौन-से फूड्स IVF ट्रीटमेंट के लिए नुकसानदेह हैं।

By Swati Sharma Edited By: Swati Sharma Updated: Thu, 25 Jul 2024 05:09 PM (IST)
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IVF Treatment की सफलता में रोड़ा बन सकते हैं ये फूड्स (Picture Courtesy: Freepik)

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Foods to avoid during IVF Treatment: इनफर्टिलिटी एक ऐसी समस्या है, जिससे दुनियाभर में लाखों लोग पीड़ित हैं। कंसीव करने के लिए एक साल तक लगातार प्रयास करने के बावजूद गर्भधारण न होना इनफर्टिलिटी कहलाता है। यह समस्या महिला या पुरुष किसी में भी हो सकती है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। हालांकि, अब विज्ञान में इनफर्टिलिटी की समस्या को दूर करने के लिए कई तकनीकों का आविष्कार हो चुका है, जिनकी मदद से बच्चे को जन्म दिया जा सकता है। इन्हीं में IVF (In Vitro Fertilization) भी शामिल है।

हर साल 25 जुलाई को World IVF Day मनाया जाता है। इस दिन इनफर्टिलिटी से लड़ने में IVF के महत्वपूर्ण योगदान को मनाया जाता है। हालांकि, IVF Treatment कितना सफल रहता है, यह भी कई बातों पर निर्भर करता है, जिसमें खान-पान भी शामिल है। आप क्या खाते-पीते हैं इसका सीधा प्रभाव आपकी फर्टिलिटी पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए अगर आप IVF ट्रीटमेंट करवाने का सोच रहे हैं, तो उससे पहले अपनी डाइट में सुधार कर लें।

IVF के सफल होने की संभावना को बढ़ाने के लिए किन फूड्स का परहेज करना चाहिए, इस बारे में जानने के लिए हमने डॉ. पूजा मेहता (मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल, गुरुग्राम के स्त्री रोग एवं प्रसुति विभाग की निदेशक और यूनिट हेड) से बात की। डॉ. मेहता ने बताया कि कुछ फूड्स (Foods to avoid during IVF treatment) ऐसे होते हैं, जिनसे फर्टिलिटी कम होती है और ये IVF के सफल होने की संभावना को भी कम करते हैं।

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किन चीजों से करें परहेज?

ट्रांस फैट्स

तली-भुनी, बेक की हुई और प्रोसेस्ड फूड्स से फर्टिलिटी कम होती है। इन्हें खाने से सूजन बढ़ने और डायबिटीज का खतरा रहता है, जो पुरुषों में स्पर्म की गुणवत्ता और महिलाओं में ओव्यूलेशन को प्रभावित करता है।

चीनी

चीनी और सफेद ब्रेड से बने स्नैक्स का ग्लाइसीमिक इंडेक्स काफी ज्यादा होता है, जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है। इससे हार्मोनल असंतुलन होता है, जिसके कारण फर्टिलिटी कम होने लगती है। साथ ही, इन्हें खान से पुरुषों की स्पर्म काउंट भी कम हो सकता है

कैफीन

कैफीन सेहत के लिए हानिकारक नहीं है, लेकिन ज्यादा मात्रा में यह नुकसानदेह हो सकता है। एक दिन में 200-300 mg से ज्यादा कैफीन पीने से फर्टिलिटी कम होने लगती है। ऐसा इसलिए इसलिए होता है, क्योंकि कैफीन ज्यादा मात्रा में होने से हार्मोनल संतुलन बिगड़ने लगता है। इसके कारण महिलाओं में ओव्यूलेशन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं और पुरुषों में स्पर्म काउंट कम हो सकता है।

शराब

ज्यादा शराब पीने से भी फर्टिलिटी कम हो जाती है। शराब ज्यादा मात्रा में पीने से महिलाओं की मेंसुरल साइकिल बिगड़ सकती है और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है, जो स्पर्म बनाने के लिए जरूरी होता है। इसलिए अगर आप फैमिली प्लैनिंग कर रहे हैं, तो शराब से बिल्कुल दूरी बना लें।

हाई मरकरी मछलियां

इनके अलावा, बेकन, डेली मीट और अन्य प्रोसेस्ड मीट में केमिकल्स और प्रीजरवेटिव्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो फर्टिलिटी को कम करते हैं। इसके अलावा, ज्यादा मर्करी वाली मछलियां, जैसे- मैकरेल, स्वॉर्ड फिश, शार्क आदि को खाने से न्यूरोलॉजिक डैमेज हो सकता है। यह प्रेग्नेंट महिलाओं और जो कंसीव करना चाहती हैं, उनके लिए खासतौर से हानिकारक हो सकता है।

सोय प्रोडक्ट्स

सोय में फाइटोएस्ट्रोजेन होता है, जिसे ज्यादा मात्रा में खाने से हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। खासकर, उन महिलाओं में जिन्हें पीसीओएस है। इसलिए इसकी कोई दूरसे विकल्प चुनना ज्यादा बेहतर रहेगा।

World IVF Day

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