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World Lung Day 2023: ये हैं फेफड़ों से जुड़ी 4 आम बीमारियां, जानें इनके लक्षण, कारण और इलाज

World Lung Day 2023 लंग्स हमारे शरीर का एक बेहद अहम अंग है जो हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में जरूरी है कि सेहतमंद रहने के लिए अपने लंग्स की खास देखभाल की जाए। फेफड़ों के स्वास्थ्य के महत्व और फेफड़ों की बीमारियों को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 25 सितंबर को वर्ल्ड लंग्स डे मनाया जाता है।

By Harshita SaxenaEdited By: Harshita SaxenaUpdated: Mon, 25 Sep 2023 02:36 PM (IST)
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जानें लंग्स से जुड़ी ये आम बीमारियां
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Lung Day 2023: हमारे शरीर में मौजूद हर अंग बेहद जरूरी होता है। सभी का अपना अलग कार्य होता है, जो हमें स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। लंग्स इन्हीं में से एक है, जो हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम का सबसे अहम हिस्सा है। यह हमें सांस लेने में काफी मदद करता है। हालांकि, कई वजहों से हमारा लंग्स विभिन्न समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है कि लंग्स में होने वाली इन बीमारियों के बारे में भी आप सतर्क रहें।

ऐसे में फेफड़ों के स्वास्थ्य के महत्व और फेफड़ों की बीमारियों को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने के मकसद से हर साल 25 सितंबर को वर्ल्ड लंग्स डे मनाया जाता है। इस खास मौके पर आज जानेंगे फेफड़ों से जुड़ी कुछ आम बीमारियों और उनके लक्षण,कारण और इलाज के बारे में-

क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी)

यह फेफड़ों से जुड़ी एक पुरानी बीमारी है, जो आमतौर धूम्रपान या धूल के लगातार संपर्क में रहने के कारण समय के साथ बिगड़ती जाती है।

लक्षण

  • लगातार खांसी आना

  • सांस फूलना
  • अधिक बलगम बनना
  • कठिन शारीरिक गतिविधि करने में कठिनाई

इलाज

सीओपीडी को ठीक नहीं किया जा सकता है, हालांकि, ब्रोन्कोडायलेटर्स और कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स जैसी दवाओं की मदद से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। वहीं, गंभीर के मामलों में, फेफड़ों की कार्यप्रणाली या ऑक्सीजन थेरेपी में सुधार के लिए पल्मोनरी रीहैबलेशन प्रोग्राम का सुझाव दे सकते हैं।

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ब्रोंकाइटिस

ब्रोंकाइटिस फेफड़ों में एयरवेज में होने वाली सूजन है। एयरवेज हवा को आपके पेट और फिर वापस ब्रोन्कियल ट्यूब तक ले जाती हैं। ब्रोंकाइटिस अक्यूट या स्थायी हो सकता है। वायरल संक्रमण अक्यूट ब्रोंकाइटिस का सबसे आम कारण है। वहीं, क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस अक्सर धूम्रपान से जुड़ा होता है।

लक्षण

  • खांसी
  • कंजेशन
  • म्यूकस का बनना आदि

इलाज

बात करें इलाज की, तो ब्रोंकाइटिस में आराम, हाइड्रेशन और ओटीसी रेमिडीज इसका उपचार है। इसके अलावा क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस वाले व्यक्तियों के लिए धूम्रपान छोड़ना बेहद महत्वपूर्ण है।

न्यूमोनिया

निमोनिया एक संक्रमण है, जो फेफड़ों के अंदर मौजूद एक या दो एयर सैक्स में सूजन पैदा करता है। यह संक्रमण बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण हो सकता है।

लक्षण

  • बुखार
  • फेफड़ों से बलगम आना
  • सीने में दर्द
  • सांस लेने में तकलीफ

इलाज

निमोनिया का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है। अगर किसी को बैक्टीरियल निमोनिया हैं, तो इसके लिए एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, वायरल निमोनिया के लिए एंटीवायरल दवाओं की मदद ली जाती है। इसके अलावा इसके लक्षणों को बहुत आराम, हाइड्रेशन और पेनकिलर्स से नियंत्रित किया जा सकता है।

अस्थमा

अस्थमा एक क्रॉनिक रेस्पिरेटरी डिसऑर्डर है, तो दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है। इसे ट्रिगर्स करने वाले कारकों में एलर्जी (जैसे, पराग, पालतू जानवरों की फर), जलन पैदा करने वाले तत्व (जैसे, सिगरेट का धुआं, इत्र, पेंट या सफाई प्रोडेक्ट), रेस्पिरेटरी इन्फेक्शन, एक्सरसाइज या जेनेटिक फैक्टर्स शामिल हैं।

लक्षण

  • घरघराहट
  • सांस लेने में कठिनाई
  • खांसी या सीने में जकड़न

इलाज

अस्थमा का भी कोई इलाज नहीं है। हालांकि, इसे इनहेलर आदि की मदद से काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है। इसके अलावा ब्रोन्कोडायलेटर्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी दवाओं से भी इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा अस्थमा के मरीज के लिए यह भी जरूरी है कि वह ट्रिगर्स से दूर रहें।

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Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Courtesy: Freepik