World Osteoporosis Day 2022: सेहत से जुड़ी 5 स्थितियां, जो हड्डियों को अंदर से खोखला बनाने का करती हैं काम!
World Osteoporosis Day 2022 हर साल दुनियाभर में 20 अक्टूबर को विश्व ऑस्टियोपोरोसिस दिवस मनाया जाता है ताकि लोगों को हड्डियों से जुड़ी इस गंभीर बीमारी के बारे जागरुक किया जा सके। आइए जानें 5 सेहत से जुड़ी स्थितियों के बारे में जो इसकी वजह बनती हैं।
By Ruhee ParvezEdited By: Updated: Wed, 19 Oct 2022 06:00 PM (IST)
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World Osteoporosis Day 2022: खुशहाल और सेहतमंद ज़िंदगी के लिए आपको ज़िंदगी भर एक अच्छी लाइफस्टाइल फॉलो करनी होगी। एक अच्छी लाइफस्टाइल वही है जिसमें नियमित तौर पर एक्सरसाइज़, संतुलित डाइट आदि शामिल हो। उम्र बढ़ने के साथ हम सभी का शरीर कमज़ोर पड़ने लगेगा, त्वचा, मांसपेशियों के साथ हड्डियां भी अपना लचीलापन खो देंगी। जिसकी वजह से अर्थराइटिस और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे हड्डियों की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। जिन लोगों की हड्डियां लंबे समय तक मज़बूत रहती हैं, वे आमतौर पर एक स्वस्थ जीवन जीते हैं। इसलिए हमें शुरू से ही अपनी हड्डियों का ख्याल रखने के लिए हर कोशिश करनी चाहिए।
हड्डियां किन वजहों से कमज़ोर हो जाती हैं?
1. कैल्शियम की कमी
हड्डियों के कमज़ोर होने के पीछे विटामिन-डी और कैल्शियम की कमी सबसे आम है। इन दो पोषक तत्वों की कमी और भी कई तरह की परेशानियों का कारण बनती है, इसलिए अपनी डाइट में इन्हें ज़रूर शामिल करें।
2. ऑस्टियोपोरोसिस
पोषक तत्वों की कमी के अलावा हड्डियों के कमज़ोर पड़ने के पीछे कई बीमारियां भी हो सकती हैं। जिनमें में से ऑस्टियोपोरोसिस प्रमुख है। इस बीमारी में व्यक्ति की हड्डियां इतनी कमज़ोर हो जाती हैं, कि आसानी से उनमें फ्रेक्चर हो जाता है। यही वजह है कि हमें विटामिन-डी से भरपूर फूड्स ज़रूर खाने चाहिए।3. थायरॉयड
जो लोग थायरॉयड की समस्या से जूझते हैं, उनकी हड्डियां भी कमज़ोर होना शुरू हो जाती हैं। खासतौर पर थायरॉयड के अधिक बढ़ जाने पर ऐसा होता है। इसलिए एक संतुलित डाइट पर ज़रूर ध्यान दें।
4. मेनोपॉज़
महिलाओं में मेनोपॉज़ के बाद भी हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि मेनोपॉज़ के बाद शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन कम बनने लगता है। यह हार्मोन हड्डियों को मज़बूत बनाए रखने का काम भी करता है।5. इटिंग डिसऑर्डर भी वजह
जो लोग इटिंग डिसऑर्डर यानी एनोरेक्सिया से पीड़ित होते हैं, उनकी हड्डियां भी कमज़ोर होने लगती हैं। अगर इसका वक्त पर इलाज न किया जाए, तो इससे अर्थ्राइटिस या ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं।